UP News: ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र में बन रहे देश के सबसे बड़े जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को बाधित करने की एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. शनिवार को जेवर कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर किसान परिवार को सकुशल बरामद कर लिया और इस सनसनीखेज अपहरण मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया.


डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि अपहरण की साजिश एयरपोर्ट के अधिग्रहण, विस्थापन और पुनर्वास नीति में व्यवधान उत्पन्न करने के उद्देश्य से रची गई थी. इस साजिश का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि एक निजी उड्डयन कंपनी का पायलट पुत्तन सिंह है. आरोपियों ने रोही गांव निवासी किसान हंसराज, उनकी पत्नी कमलेश देवी और बेटे सौरभ का 2 जून को अपहरण कर लिया. पीड़ित परिवार को दयानतपुर गांव में एक मकान में छिपा कर रखा गया था. अपहरण में बीएमडब्ल्यू कार का भी इस्तेमाल किया गया, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है.


परियोजना में देरी करवाना और दबाब था मकसद


डीसीपी साद मियां खां ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया है कि अपहरण में कुछ किसान नेता और अधिवक्ता भी शामिल थे. इनका मकसद एयरपोर्ट परियोजना में देरी करवाकर प्रशासन पर दबाव बनाना और खुद का वर्चस्व स्थापित करना था. पीड़ित के बेटे सोनू ने हाईकोर्ट में हैबियस कॉर्पस रिट दायर कर मामले को उजागर किया था. पुलिस ने सीसीटीवी और सर्विलांस की मदद से तीनों को सकुशल बरामद किया.


डीसीपी साद मियां खां ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में पायलट पुत्तन सिंह, उनकी पत्नी सरोजबाला, प्रमोद, पवन चौधरी और रामादेवी शामिल हैं. पुलिस ने इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए साजिशकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. वहीं इस मामले ने एक बड़ी साजिश तो नाकाम कर दी, लेकिन बड़ा सवाल ये भी है कि कुछ लोग जानबूझकर सरकारी प्रोजेक्ट में देरी चाहते हैं. वहीँ इस मामले की चर्चा पूरे इलाके में है.