Noida: ओवरस्पीडिंग और अवैध पार्किंग के साथ ही एक्सीडेंट को कम करने के लिए प्रशासन की ओर से लगातार कई कदम उठाए जा रहे हैं. अगर गौतमबुद्ध नगर जिले की बात की जाए तो 2018 में ही 35 ऐसे ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए थे, जहां एक्सीडेंट ज्यादा हुए हैं. बता दें कि नोएडा में 12, ग्रेटर नोएडा में 10 और राष्ट्रीय राज्यमार्ग प्राधिकरण के 13 स्पॉट हैं.


इसी सिलसिले में एसडीएम प्रशासन ने जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की. एबीपी न्यूज से बात करते एसडीएम प्रशासन नितिन मदान ने बताया कि उन्होंने सर्विस रोड पर बनाई हुई पार्किंग से किस तरह से सड़क जाम की दिक्कत होती है और ट्रैफिक लगता है, इसकी जानकारी प्राधिकरण को दी. वहीं, अवैध ऑटो को सीज करने का भी प्रस्ताव दिया गया. उन्होंने बताया कि ओवरस्पीडिंग और अवैध पार्किंग के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. जो ब्लैक स्पॉट चिन्हित हैं उनमें सुधार होना चाहिए.


ब्लैक स्पॉट क्या होता है?


एसडीएम ने बताया कि ब्लैक स्पॉट की पहचान सरकार से बनाई हुई एक कमिटी करती है और 500 मीटर का वो स्ट्रेच जहां बीते 3 साल में 5 मेजर एक्सीडेंट और 10 कैजुअल्टी हुई हो इसे ब्लैक स्पॉट कहते हैं. इस मामले में डीसीपी ट्रैफिक गणेश साहा ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस भी ओवर स्पीडिंग करने वालों पर चालान करती है. साथ ही अवैध पार्किंग पर भी अंकुश लगाया जा रहा है. उनकी ओर से दी गयी जानकारी में बताया गया कि ओवर स्पीडिंग करने पर पहली बार मे 2000 रुपये का चालान किया जाता है. दूसरी बार में दुगुना हो जाता है. अवैध पार्किंग को लेकर 500 रुपये का चालान किया जाता है. बीते एक साल में 321 लोग सड़क हादसों का शिकार हुए हैं, जिनमें से 110 लोगों की मौत हो गयी और बाकी लोग घायल हो गए.


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