बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में नमूने लिए बगैर कोविड-19 जांच रिपोर्ट दिये जाने का मामला सामने आया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.


शहर कोतवाली क्षेत्र के हरपुर मोहल्ले के रहने वाले राघवेंद्र कुमार मिश्र ने जिला अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजकर शिकायत की है कि उन्होंने अपने भाई बृजेंद्र मिश्र के साथ 18 अप्रैल को जिला अस्पताल में कोविड-19 जांच कराई थी. 20 अप्रैल को आई रिपोर्ट में बृजेंद्र में संक्रमण की पुष्टि हुई.


सीएमओ से की शिकायत 


राघवेंद्र ने शिकायती पत्र में लिखा है कि बृजेंद्र के संक्रमित होने के बाद 20 अप्रैल को ही स्वास्थ्य विभाग की एक टीम उनके घर आई और परिवार के सभी सदस्यों की जांच की गई. बहरहाल, जांच रिपोर्ट में उनके माता-पिता में संक्रमण की पुष्टि हुई.


राघवेंद्र ने पत्र में कहा कि, जब स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घर पहुंची तब उनके चाचा ऋषि कांत और मामा ब्रज नंदन घर पर नहीं थे, और नमूने न देने के बावजूद उनकी भी जांच रिपोर्ट दे दी गई, जिसमें बताया गया कि वे दोनों संक्रमित नहीं हैं.


25 अप्रैल को आया था फोन


उन्होंने कहा कि विगत 25 अप्रैल को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उन्हें फोन कर बताया गया कि उनके परिवार के सदस्यों की 23 अप्रैल को जांच की गई थी जिसमें उनके भाई राजेंद्र मिश्र कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं जबकि हकीकत यह है कि 23 अप्रैल को परिवार के किसी भी सदस्य की जांच नहीं की गई. राजेंद्र की जांच रिपोर्ट पहले ही मिल गई थी जो नेगेटिव थी. इस बारे में बताए जाने पर फोन करने वाले ने कहा "ठीक है, रिपोर्ट नेगेटिव कर देते हैं." मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने बुधवार को बताया कि जिला सर्विलांस अधिकारी इस मामले की जांच करेंगे. रिपोर्ट मिलने के बाद आवश्यक कार्यवाही होगी.


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