UP Politics: जमीअत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी द्वारा योगी सरकार की मदरसा मॉडर्नाइजेशन योजना पर सवाल उठाए जाने के बाद अब नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी इस मुद्दे पर अपनी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है. चंद्रशेखर ने मदनी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार का मुसलमानों के प्रति रवैया जगजाहिर है और अगर मौलाना मदनी इस मामले में कुछ कह रहे हैं, तो उनकी बात सही है. चंद्रशेखर ने अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए मदनी के साथ खड़े रहने का ऐलान किया.
योगी सरकार की मदरसा मॉडर्नाइजेशन योजना पर तीखा हमला बोलते हुए और सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए चंद्रशेखर बोले कि एक तरफ स्कूलों में रामायण-वेद की कार्यशाला, दूसरी तरफ मदरसों का आधुनिकीकरण. ये दोहरा रवैया नहीं तो क्या है? सरकार मुसलमानों की विरोधी है, ये अब साफ है.
मौलाना मदनी के विरोध को बताया उचितचंद्रशेखर ने कहा अगर मौलाना मदनी मदरसा मॉडर्नाइजेशन कि सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे हैं, तो जरूर उनके पास ठोस कारण होंगे. सरकार का चरित्र अल्पसंख्यक विरोधी है, ये अब छिपा नहीं है. उन्होंने कहा अल्पसंख्यको को डरने की ज़रूरत नहीं, ASP बनेगी उनकी आवाज. CAA-NRC आंदोलन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा जो गोलियाँ खा चुके हैं, वो अब और नहीं डरेंगे. मुसलमानों से अपील है कि लोकतंत्र में अपने हक की लड़ाई लड़ें और ऐसे दल का साथ दें जो उनकी आवाज़ बन सके.
मदनी ने आजमगढ़ में कही थी ये बात मौलाना अशरद मदनी ने आजमगढ़ के सरायमीर में आयोजित मदरसा सुरक्षा सम्मेलन में कहा था कि मदरसों को बंद करने का अभियान मुसलमानों की जीवन-रेखा को काटने की साजिश है. यह मुस्लिमों की धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि जिन मदरसों के दस्तावेज सही हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई अनुचित है और जिनके दस्तावेजों में कमी है, उन्हें ठीक करने का मौका दिया जाना चाहिए.