Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath government) के 6 साल के कार्यकाल में गोवंश पशुओं को संरक्षित करने का अभियान अब किसानों के साथ-साथ आम जनमानस को भी नुकसान पहुंचाने लगा है. जहां एक ओर गोवंश पशु किसानों की फसलों को उजाड़ते नजर आ रहे हैं तो वहीं गोवंश पशुओं की वजह से आए दिन कोई ना कोई बड़ा हादसा हो रहा है जिसके चलते जनपद मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar), शामली और बागपत में कई जगहों पर आवारा गोवंश पशु लोगों की जान ले चुके हैं. यही कारण है कि गोवंश या आवारा पशुओं का यह कहर विपक्ष के लिए किसी बड़े हथियार से कम नहीं है. 


काऊ सेंचुरी बनाने की प्रक्रिया
अब हाल यह है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को चुनाव में किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. इसके चलते अब केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान (Union Minister Sanjeev Balyan) ने जनपद मुजफ्फरनगर के लोगों को आवारा गोवंश से निजात दिलाने के लिए एक ड्रीम प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बनाई है. इसमें केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान की पहल पर मुजफ्फरनगर के पुरकाजी खादर क्षेत्र में काऊ सेंचुरी बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 


रविवार को केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के साथ पशुपालन विभाग की टीम और मुजफ्फरनगर के प्रशासनिक अधिकारी लाव लश्कर के साथ पुरकाजी क्षेत्र के गांव चंदन के खादर इलाके में पहुंचे. यहां उन्होंने गोवंश पशुओं से निजात दिलाने के नए प्रोजेक्ट के लिए लगभग 800 बीघा जमीन चिन्हित की है. 


क्या कहा मंत्री ने
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने बताया कि इस समय गोवंश पशुओं की शिकायत ज्यादा आ रही है जिसके चलते केंद्र और यूपी सरकार के सहयोग से पुरकाजी के खादर क्षेत्र में काऊ सेंचुरी बनाने का निर्णय लिया गया है, जिसमें आसपास की ग्राम पंचायतों, यूपी और केंद्र सरकार के सहयोग से लगभग 5000 गोवंश को इस गांव सेंचुरी में शिफ्ट करने की योजना बनाई गई है. मंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 6 माह के अंदर जनपद मुजफ्फरनगर के वासियों को गोवंश से निजात मिल सकेगी.


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