Nag Mandir in Mussoorie: मसूरी में नाग पंचमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया. श्रद्धालु नाग देवता की पूजा अर्चना के साथ भक्ति में मगन दिखे. नाग पंचमी की पूजा के लिए शुभ मूहूर्त सुबह 06.05 बजे से लेकर 08.41 बजे तक यानी मात्र 2 घंटे 36 मिनट का था. मसूरी में 500 साल से भी ज्यादा पुराने नाग मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने मूर्ति का दुधाभिषेक कर नाग देवता के दर्शन किये. इस मौके पर नाग मंदिर समिति ने शिव महापुराण कथा और विशाल भंडारे का भी आयोजन किया था.


500 साल पुराने नाग मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़


कहा जाता है कि करीब 500 साल पहले प्राचीन नाग मंदिर की स्थापना हुई थी. मान्यता है कि भट्टे गांव में एक गाय अक्सर सुबर मंदिर की जगह पर आकर एक पत्थर को अपने थन से दूध चढ़ाती थी. गांववालों को मामले का पता चला. उन्होंने पत्थर को हटाकर जानने की कोशिश की. पता चला कि नाग देवता की पिंडलियां और साक्षात नाग देवता विराजमान थे. तब से इस जगह का महत्व बढ़ गया और सिद्ध पीठ के रूप में माना जाने लगा.


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सच्चे मन से मांगी गई मुराद जरूर पूरी होने की है मान्यता 


नाग पंचमी पर मसूरी और आसपास के शहरों, गांवों से श्रद्धालुओं की भारी संख्या नाग देवता के दर्शन करने आती है और मनौती मांगती है. ग्रामीण राकेश रावत ने बताया कि उनके कुल देवता नाग हैं. ऐसे में प्राचीन काल का नाग मंदिर उनके लिए अनोखा है. राकेश का कहना है कि नाग देवता को न्याय देवता भी माना जाता है. परेशानी या विवाद होने पर नाग देवता की शरण में आने से उम्मीद जगती है. मान्यता है कि इस नाग मंदिर में सच्चे मन से मांगी गई मन्नत जरूर पूरी होती है. 


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