Mulayam Yadav Last Rites : समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव सैफई में कई सारी व्यव्स्थाएं जैसे- कई हेलीपैड, वाटर प्रूफ पंडाल और एक अभूतपूर्व पुलिस बंदोबस्त की गई है. मंगलवार दोपहर को दिवंगत नेता का अंतिम संस्कार होगा. दिवंगत नेता के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में कई सारी खास हस्तियां शामिल होंगी.


जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "फिलहाल हम नामों का खुलासा नहीं कर सकते हैं लेकिन संभावित सूची में केंद्र और राज्य के कई शीर्ष नेता शामिल हैं." श्मशान घाट, गाड़िय़ों की पार्किं ग के लिए जगह और हेलीपैड तैयार करने में मजदूर रात भर लगे रहे.


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सपा महासचिव राम गोपाल यादव ने कहा, "मंगलवार सुबह अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर को 'पंडाल' लाया जाएगा. इसे अपराह्न् करीब तीन बजे श्मशान घाट ले जाया जाएगा." उन्होंने कहा, "अंतिम संस्कार पारिवारिक श्मशान स्थल पर होगा, जिसे सैफई महोत्सव स्थल के पास 'समाधि स्थल' भी कहा जाता है. यहीं पर मुलायम सिंह के भाई रतन सिंह यादव का भी अंतिम संस्कार किया गया था."


उनके अंतिम संस्कार के लिए चंदन की चिता तैयार की जा रही है और कन्नौज से पार्टी कार्यकर्ता और इत्र व्यापारी चंदन और फूल लेकर सैफई पहुंच रहे हैं.


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राजनीति के हर मोड़ पर दिखे मुलायम
दीगर है कि बीते 55 वर्षों से उत्तर प्रदेश की राजनीति में आए हर मोड़ पर मुलायम सिंह दिखाई दिए, फिर चाहे वो सत्ता में रहे हों या ना रहे हों. मुलायम सिंह के नजदीकी से कवर करने पत्रकारों को पता था कि वह 24 घण्टे चैतन्य रहते थे. बड़े बेबाक थे.


पार्टी कार्यकतार्ओं के लिए वह हमेशा ही उपलब्ध रहने वाले देश और यूपी के एकमात्र नेता रहे हैं. जेड प्लस सुरक्षा घेरे में रहते हुए भी वह कार्यकतार्ओं से कभी दूर नहीं हुए. उनकी यह सर्वसुलभता ही उन्हें देश के अन्य नेताओं से अलग कर नेताजी का खिताब दिलाती है.