माफिया मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी की जेल बदली गई है. उमर को गाजीपुर से कासगंज जेल में शिफ्ट किया गया है. शनिवार सुबह पांच बजे उमर अंसारी को गाजीपुर से कासगंज जेल के लिए रवाना किया गया. फर्जी हस्ताक्षर मामले में एक महीने पहले उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे अब्बास अंसारी के बाद अब छोटे बेटे उमर अंसारी को भी कासगंज जेल में ही रहना पड़ेगा. उमर को करीब एक महीने पहले मां अफ्शां अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर मामले में लखनऊ से गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद से ही वो गाज़ीपुर जेल में बंद था.
कासगंज जेल में रहेगा उमर अंसारी
इससे पहले मुख्तार का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी भी कासगंज जेल में रह चुका है. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद अब्बास अंसारी की रिहाई हुई है और अब उमर अंसारी को इस जेल में शिफ्ट किया गया है.
दरअसल पूरा मामला मुख्तार अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर मामले से जुडा हुआ है. जिसमें कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दस करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क कर लिया था. इस मामले में मुख्तार की पत्नी अफ्शां अंसारी की ओर से संपत्ति को छुड़ाने के लिए अपील दाखिल की गई थी.
फर्जी दस्तावेज से जुड़ा है मामला
अफ्शां अंसारी फरार चल रही है. ऐसे में ये याचिका उसकी ओर से छोटे बेटे उमर की ओर से दाखिल की गई थी. कोर्ट ने इस मामले पर अफसरों से रिपोर्ट देने के लिए कहा. जब इन दस्तावेजों की जांच की गई तो याचिका के साथ लगे दस्तावेजों में अफ्शां के हस्ताक्षर संदिग्ध पाए गए.
जिसके बाद इस मामले में मुहम्मदाबाद थाने में उमर अंसारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली गई और पुलिस ने 3 अगस्त की रात को उमर अंसारी को उसके भाई अब्बास के लखनऊ स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार कर लिया. 21 अगस्त को कोर्ट ने उसकी ज़मानत याचिका भी खारिज कर दी है.