यूपी के मुरादाबाद में एक शिक्षिका शादी डॉट कॉम पर एनआरआई पति की तलाश कर रही थी, लेकिन ठगों ने प्यार और भरोसे का झांसा देकर उसे 94.78 लाख रुपये का चूना लगा दिया. साइबर क्राइम थाना पुलिस ने इस मामले में दिल्ली की एक युवती को गिरफ्तार किया है, जो खुद को कस्टम अधिकारी बताकर रकम ऐंठ रही थी.
गिरफ्तार आरोपी की पहचान कोनसम सुनीता (निवासी ओम विहार, उत्तम नगर, दिल्ली; मूल निवासी चंदेल, मणिपुर) के रूप में हुई है. पुलिस ने उसके पास से 20,570 रुपये नकद, एक लैपटॉप, 8 मोबाइल फोन, 9 एटीएम कार्ड, 6 सिम कार्ड और बैंक चेकबुक-पासबुक बरामद किए हैं.
क्या है पूरा मामला ?
जानकरी के मुताबिक मुरादाबाद के कटघर थाना क्षेत्र के लाजपत नगर निवासी शिक्षिका ने शादी डॉट कॉम पर अपनी प्रोफाइल बनाई थी. एक व्यक्ति ने खुद को अमेरिका में रहने वाला आरव सिंह बताते हुए शादी का प्रस्ताव रखा. उसने दावा किया कि वह भारत में जन्मा, अमेरिका में पढ़ा-लिखा जनरल सर्जन है और 15 साल से वहां के अस्पताल में काम कर रहा है. उसने शिक्षिका को भारत आकर शादी करने और सेटल होने की बात कही.
शिक्षिका के मुताबिक बातचीत के दो दिन बाद आरव सिंह ने व्हाट्सएप पर मैसेज कर बताया कि उसने अमेरिका से एक पार्सल भेजा है. विश्वास में आकर शिक्षिका ने बताए गए नंबर पर 30,000 रुपये भेज दिए. इसके बाद कोनसम सुनीता ने खुद को कस्टम अधिकारी बताकर कॉल किया और पार्सल में सोना व महंगे सामान होने का झांसा दिया. उसने मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने और जेल भेजने की धमकी देकर 31 जुलाई से 18 अगस्त 2025 के बीच शिक्षिका के तीन बैंक खातों से 94.78 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए.
धमकी और ब्लैकमेलिंग
जब शिक्षिका ने और पैसे देने से मना किया, तो ठगों ने उसे डराना शुरू किया. कथित आरव सिंह ने धमकी दी कि अगर पैसे नहीं भेजे तो उसकी फोटो एडिट कर वायरल कर दी जाएगी. डर के मारे शिक्षिका पैसे ट्रांसफर करती रही. जब ठगों की मांग बढ़ती गई, तो उसे साइबर ठगी का अहसास हुआ. इसके बाद उसने साइबर क्राइम थाना में शिकायत दर्ज की.
साइबर पुलिस की कार्रवाई
साइबर क्राइम थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की. जांच में पता चला कि शिक्षिका को कॉल करने वाला मुख्य आरोपी नाइजीरिया का निवासी है, जो विदेश से ठगी का जाल बुन रहा है. पुलिस ने दिल्ली की कोनसम सुनीता को गिरफ्तार किया, जो फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर ठगी में शामिल थी. सुनीता पहले भी दिल्ली के बुध विहार और चाणक्यपुरी थानों में ठगी के मामलों में दो बार जेल जा चुकी है.
एसपी क्राइम सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि सुनीता ने पूछताछ में खुलासा किया कि दिल्ली में एक युवक से मुलाकात के बाद वह साइबर ठगी के गिरोह में शामिल हुई. उसका काम बैंक खाते जुटाना और कस्टम अधिकारी बनकर पीड़ितों को फंसाना था. बाकी रकम की निकासी और ट्रांसफर का काम गिरोह के अन्य सदस्य करते थे.
पुलिस की बरामदगी
पुलिस ने कोनसम सुनीता के कब्जे से निम्नलिखित सामान बरामद किए:
- 20,570 रुपये नकद
- 1 लैपटॉप
- 8 मोबाइल फोन
- 9 एटीएम कार्ड
- 6 सिम कार्ड
- बैंक चेकबुक और पासबुक
साइबर ठगी से बचाव की सलाह
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अनजान नंबरों से आए मैसेज या कॉल पर भरोसा न करें. ऑनलाइन शादी के प्रस्तावों और विदेश से पार्सल भेजने के दावों पर सावधानी बरतें. किसी भी तरह की धमकी मिलने पर तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करें.