UP News: पूर्व सांसद और जमीयत उलेमा ए हिन्द (Jamiat Ulema-e-Hind) प्रमुख मौलाना महमूद मदनी (Maulana Mahmood Madani) ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) पर जबरदस्त हमला बोला है. उन्होंने कहा कि एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो जाहिल हैं. उनके पेट में इस्लाम, मुसलमान और मदरसों को लेकर कब्ज़ की ऐसी गांठ है कि उन्हें मरोड़ का दर्द होता है. प्रियंक कानूनगो अपना काम भूल कर मदरसों और मुसलमानों पर हमला करते हैं. उन्होंने एनसीपीसीआर प्रमुख की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए.


एनसीपीसीआर प्रमुख पर भड़के मौलाना महमूद मदनी 


मौलाना महमूद मदनी ने कहा मुस्लिम छात्र की स्कूल में पिटाई होने पर प्रियंक कानूनगो को एक्शन लेने का ख्याल नहीं रहता. एनसीपीसीआर प्रमुख मुसलमानों को गालियां देकर अपनी मलाई काट रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुसलमान और इस्लाम को गाली देना आज एक फैशन बन गया है. जमीयत उलेमा ए हिन्द प्रमुख ने प्रियंक कानूनगो को एनसीपीसीआर का चेयरमैन का चेयरमैन बनाए जाने पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि प्रियंक कानूनगो की नाक के नीचे बच्चे भीख मांग रहे हैं, लेकिन इसकी चिंता नहीं है.


एक फतवे की वजह से विवाद में है दारुल उलूम देवबंद


बता दें कि मौलाना महमूद मदनी मुरादाबाद में जमीयत उलेमा ए हिन्द यूपी की प्रबंधक कमेटी को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने संगठन से जुड़े लोगों को वोटर लिस्ट में सुधार कराने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि नए मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट से जोड़ने में संगठन के लोग सहायता करें. उन्होंने समाज में फैली बुराइयों को खत्म करने और लोगों में जागरूकता फैलाने का आह्वान किया. हाल के दिनों में विश्व प्रसिद्ध इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद के एक फतवे पर एनसीपीसीआर की तरफ से सहारनपुर प्रशासन को पत्र लिखा गया है. पत्र में गजवा-ए-हिन्द का महिमांडन करनेवाले फतवे पर एक्शन लेने का आदेश प्रशासन को मिला है. 


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