समाजवादी पार्टी (सपा) से निष्कासित विधायक पूजा पाल ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक पत्र लिखकर गंभीर आरोप लगाए हैं. विधायक पूजा पाल ने अपनी हत्या की आशंका जताई और इसके लिए सपा और अखिलेश यादव को जिम्मेदार ठहराया. अब विधायक पूजा पाल के इन आरोपों को लेकर सपा ने जवाब दिया है और पूजा पाल की लंबी आयु की कामना की है.
विधायक पूजा पाल के आरोपों पर समाजवादी पार्टी मीडिया सेल की तरफ से एक्स पर पोस्ट कर लिखा गया-"पिछड़ा और दलित विरोधी बीजेपी नेताओं के साथ मुलाकात के बाद विधायिका द्वारा समाजवादी पार्टी पर अनर्गल आरोप लगाना बीजेपी की साजिश है, बीजेपी इन विधायिका का राजनैतिक इस्तेमाल कर रही है. दलित पिछड़ा विरोधी बीजेपी से जब वे मिल ही चुकी हैं तो बीजेपी को इन विधायिका जी को अपने सरकार के कैबिनेट में मंत्री बनाना चाहिए."
सपा ने आगे लिखा-"हम समाजवादी लोग इन विधायिका की लंबी आयु और उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं, इसीलिए समाजवादी पार्टी ने उन्हें विधायक का टिकट देकर विधायक बनाया था एवं 2019 में लोकसभा का टिकट भी दिया गया था जिसे दूसरी शादी के मामले के कारण इन विधायिका ने खुद ही चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई थी. इन विधायिका ने दूसरी शादी की वो भी उनका फैसला था और वे बीजेपी का समर्थन कर रही हैं ये भी उनका अपना फैसला है और उनके फैसले का सम्मान है. परंतु एक सवाल ये भी है कि वही बीजेपी जिसने इन को चुनाव हराने के लिए एड़ी से चोटी का जोर लगा दिया और समाजवादी पार्टी जिसने इन्हें टिकट देकर विधायक बना दिया ऐसे में बदली बदली सी राजनीति का अर्थ जनता को भी समझ में आता है. बीजेपी से निवेदन है कि जल्द से जल्द सपा से निष्कासित सभी विधायकों को दलीय सदस्यता दे और अपने मंत्रिमंडल विस्तार में स्थान दें और मंत्री बनाएं."
पूजा पाल ने क्या कहा था?
विधायक पूजा पाल ने अखिलेश यादव को लिखी चिट्ठी में आरोप लगाया था कि एक बेकसूर, विधवा, अनाथ, अति पिछड़े की बेटी पूजा पाल को समाजवादी पार्टी के लोग किस-किस तरह की गंदी-गंदी गालियां सोशल मीडिया पर देते हैं, यहां तक की जान से मारने की भी धमकियां दी जाती हैं, किन्तु मैंने अपना वास्तविक लक्ष्य प्राप्त कर लिया है. मेरे पति के हत्यारों को सजा मिल गई, अब मुझे मौत भी मिले तो भी गर्व ही होगा. किन्तु आपने मुझे जिस तरह बीच रास्ते में अपमानित कर मरने के लिये छोड़ दिया है, जिससे समाजवादी पार्टी के अपराधी अनुयायिओं का मनोबल बहुत बढ़ गया है. इसलिये सम्भव है मेरे पति की भांति मेरी भी हत्या हो जाए, यदि ऐसा होता है तो मैं सरकारों से प्रशासन से मांग करती हूँ कि मेरी हत्या का वास्तविक दोषी समाजवादी पार्टी/अखिलेश यादव को ही माना जाए.