UP News: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के अलावा खाद और रसद राज्यमंत्री सतीश चंद शर्मा (Satish Chandra Sharma) गुरुवार को अयोध्या (Ayodhya) आने वाले थे. इस दौरान उनका सामुदायिक केंद्र स्कूल और ग्राम पंचायत की सरकारी राशन की दुकान निरीक्षण करने वाले थे. हालांकि तय कार्यक्रम के बाद डिप्टी सीएम खराब मौसम के चलते अयोध्या नहीं पहुंच पाए तो उनकी जगह राज्य मंत्री सतीश शर्मा ने उनका दायित्व निभाया. इस दौरान सर्किट हाउस में एबीपी गंगा ने जल संसाधन मंत्री दिनेश खटीक (Dinesh Khatik) के द्वारा अमित शाह (Amit Shah) को लिखी चिट्ठी और योगी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल कई मंत्रियों और विधायकों की नाराजगी पर बात की.


इस दौरान अखिलेश यादव समेत विपक्षी दलों के हमलावर रुख पर सवाल पूछा तो उन्होंने महज इतना कहा कि मंडलीय स्तर पर दौरों के माध्यम से और अन्य माध्यमों से सरकार लगातार जीरो टॉलरेंस के मुद्दे पर चल रही है. लोगों का विश्वास सरकार पर पूरी तरह बना हुआ है. जबकि अखिलेश यादव केवल ट्विटर के माध्यम से लोगों को जोड़ने का कार्य कर रहे हैं. इसी के साथ उन्होंने कहा कि जहां तक बात मंत्रियों की नाराजगी और दिनेश खटिक का है तो यह उनका विषय है और उन्हीं से पूछा जाना चाहिए.


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सीएम योगी को मिला बहुमत
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री आदरणीय योगी के नेतृत्व में 2017 के बाद तमाम ऐतिहासिक और क्रांतिकारी परिवर्तनों का साक्षी उत्तर प्रदेश बना है. सरकार की तमाम योजनाएं लोक कल्याणकारी योजनाएं गांव, गरीब, नौजवान किसान और कमजोर लोगों तक पहुंची है. लोगों का विश्वास सरकार के प्रति बड़ा है. उसी के कारण 37 वर्षों बाद फिर योगी के नेतृत्व में सरकार बनी है. जहां तक विषय दिनेश खटीक का है, वह उन्हीं से संबंधित है. उन्हीं से वार्ता की जाए. 


ट्रांसफर विवाद पर उन्होंने कहा कि जो भी समस्याएं आ रही हैं, विभिन्न मंडलीय दौरों के माध्यम से यह अन्य किसी माध्यम से सरकार पूरी तरह से जीरो टॉलरेंस के मुद्दे पर काम कर रही है. गांव तक गरीबों तक किसानों तक कमजोर लोगों तक सरकार योजनाएं पहुंचा रही हैं. वहीं जब सवाल हुआ कि अखिलेश यादव ट्वीट कर रहे हैं और विपक्षी पार्टी के नेता सवाल उठा रहे हैं कि सत्ता किसी और के हाथ में है जो ऐसे हो रहा है. इसपर मंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव 2014, 2017, 2019 और 2022 चारों चुनाव में विश्वास पूरी तरह से खो चुके हैं. केवल और केवल ट्विटर के माध्यम से लोगों को जोड़ने का काम कर रहे हैं.


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