उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अग्निवीर भर्ती के नाम पर युवाओं से ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है. एसटीएफ ने इस गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को मेरठ से गिरफ्तार किया है. आरोपियों पर अभ्यर्थियों से सेना में भर्ती कराने का झांसा देकर मोटी रकम वसूलने का आरोप है.

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एसटीएफ फील्ड यूनिट, मेरठ को सूचना मिली थी कि मुजफ्फरनगर निवासी नरेश कुमार और उसका साथी सचिन कुमार कुछ युवाओं को सेना भर्ती में मेडिकल कराने के नाम पर आर्मी अस्पताल, मेरठ कैंट के पास आने वाले हैं। इस सूचना पर एसटीएफ टीम ने जाल बिछाया और दोनों को उनकी अल्टो कार (UP-12 AQ-7905) समेत पकड़ लिया. 

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान –

नरेश कुमार, पुत्र जिले सिंह, निवासी पट्टी चौथाई बिटावदा, थाना बुढ़ाना, मुजफ्फरनगर

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सचिन कुमार, पुत्र सुरेश पाल, निवासी काकड़ा, थाना शाहपुर, मुजफ्फरनगर. 

गिरफ्तारी के दौरान एसटीएफ ने आरोपियों से फर्जी एडमिट कार्ड, नकली सेना भर्ती की रबर स्टाम्प, अभ्यर्थियों से जुड़े हस्तलिखित दस्तावेज, मोबाइल फोन, आधार कार्ड और उनकी कार बरामद की.

आरोपियों पर युवाओं को यह भरोसा दिलाने का आरोप है कि वे उन्हें भारतीय सेना की अग्निवीर भर्ती में पास करा देंगे. इसके बदले वे अभ्यर्थियों से लाखों रुपये तक वसूलते थे. जाँच में यह भी सामने आया है कि आरोपियों के पास फर्जी दस्तावेज और नकली मोहरें थीं, जिनके जरिए वे भर्ती प्रक्रिया को असली दिखाने की कोशिश करते थे.

गिरफ्तार दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना सदर बाजार, मेरठ में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. एसटीएफ अब इनके नेटवर्क और इस गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी है.

आपको बता दे कि अग्निपथ योजना जून 2022 में केंद्र सरकार ने शुरू की थी. आज सेना में भर्ती को लेकर युवाओं में बड़ी रुचि है, इसलिए धोखेबाज गिरोह ऐसे ही मौके का फायदा उठाकर ठगी करने की कोशिश करते हैं.

एसटीएफ अधिकारियों का कहना है कि अभ्यर्थियों को सतर्क रहना चाहिए और भर्ती प्रक्रिया से जुड़ी सही जानकारी केवल सेना की आधिकारिक वेबसाइट या भर्ती कार्यालय से ही लेनी चाहिए.