Meerut News: मेरठ के मेडिकल कॉलेज में एक अजीब वाक्या हुआ. दिल की बीमारी का इलाज कराने आए मरीज के इलाज में जब डॉक्टर्स ने देरी की तो मरीज ने 112 नंबर डायल कर पुलिस बुला ली. पुलिस को देखकर स्टाफ भी हैरान रह गया. मरीज ने अपना दर्द पुलिस के सामने रखा और कहने लगा मेरा इलाज करा दो, डॉक्टर सुन नहीं रहें हैं, मेरे इलाज में देरी कर रहें हैं.


मेरठ के लाला लाजपतराय मेडिकल कॉलेज में तारापुरी के रहने वाले राजा को 9 फरवरी को भर्ती कराया गया. 10 फरवरी को उसे कार्डियो सर्जरी डिपार्टमेंट में रेफर कर किया गया. उसका इलाज तो चलता रहा लेकिन इसका ऑपरेशन करने को डॉक्टर तैयार नहीं थे. यही बात राजा को चुभ रही थी. जब न डॉक्टर ने कोई जवाब दिया और ना स्टाफ ने तब जाकर उसने 112 नंबर पर फोन कर दिया और पुलिस मेडिकल कॉलेज मरीज का दर्द और परेशानी समझने पहुंच गई.


सबका हो रहा था इलाज, राजा के इलाज में देरी क्यों?
पुलिस आई और मेडिकल के डॉक्टर्स से इस बाबत बात की गई तो पता चला कि कार्डियोलॉजिस्ट डॉ शशांक पांडे मरीज राजा का इलाज कर रहें हैं, उसके हार्ट की तीन नस 90 प्रतिशत तक ब्लॉक हैं, इसके चलते हार्ट में वाल्व नहीं डाले जा सकते और केवल ओपन हार्ट सर्जरी करनी पड़ेगी, जिसकी सुविधा मेडिकल में नहीं है. यही बात ना तो मरीज समझने को तैयार है और ना उसके तीमारदार.ओपन हार्ट सर्जरी कराने के लिए मरीज को कहीं और रेफर करना पड़ेगा और मरीज ये बात समझने को तैयार नहीं है. पूरा मामला जानने के बाद पुलिस ने मरीज राजा को समझाया और चली गई.


जीबी पंत हॉस्पिटल दिल्ली में होगा इलाज  
लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज मेरठ के मीडिया प्रभारी डॉक्टर वी बी पांडे ने बताया कि मरीज राजा की काउंसलिंग की गई और मरीज को बात समझ आ गई है कि यहां ओपन हार्ट सर्जरी नहीं होती है. मरीज राजा को दिल्ली के जी बी पंत हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया है. मेरठ मेडिकल में  जितना बेहतर इलाज हो सकता था उतना डॉक्टर्स और स्टाफ ने किया.


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