उत्तर प्रदेश के जनपद मेरठ में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब प्रधान आरक्षक की जली लाश कमरे से मिली. यह मामला मेरठ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र से सामने आया है, यहां स्थित शर्मा नगर में किराए के मकान में रह रहे मुख्य आरक्षक विभोर कुमार (36) की आग में झुलसकर दर्दनाक मौत हो गई. पुलिस ने इसकी जानकारी दी.

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पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि मंगलवार देर रात कमरे में लगी आग का कारण सिगरेट/बीड़ी की चिंगारी या मच्छर भगाने वाली ‘कछुआ छाप’ अगरबत्ती हो सकती है. उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है. पुलिस के अनुसार शामली के रहने वाले विभोर 2011 बैच में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे और वर्तमान में मेरठ पुलिस लाइन में तैनात थे. वह शर्मा नगर में एक मकान में किराए पर अकेले रहते थे.

बिस्तर पर पड़ा मिला आरक्षक का जला शव

वहीं इस घटना को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा ने जानकारी देते हुए बताया कि देर रात करीब 3:30 बजे मकान मालिक ने विभोर के कमरे से धुआं उठता देखा, तोर शोर मचाया, जिससे आसपास के लोग एकत्र हो गए. उन्होंने बताया कि इसके बाद मकान मालिक ने दरवाजा तोड़ा तो कमरे में बिस्तर पर विभोर का जला हुआ शव पड़ा मिला. इसके तुरंत बाद पुलिस और दमकल विभाग को इसकी सूचना दी गई. डायल 112 की टीम और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

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पुलिस कर रही मौत के कारणों की जांच

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा ने कहा प्रारंभिक जांच में धूम्रपान के कारण आग लगने की बात सामने आई है, हालांकि अन्य संभावनाओं की भी पड़ताल की जा रही है. दूसरी ओर सिविल लाइन थाना पुलिस का कहना है कि कमरे में जली हुई ‘कछुआ छाप’ अगरबत्ती भी आग लगने का संभावित कारण हो सकती है. पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है.