UP Politics: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया मायावती (Mayawati) ने उत्तराखंड, महाराष्ट्र और यूपी में कई जगहों का नाम बदले जाने के भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकारों के फैसलों की आलोचना की है.आलोचना के सिलसिले में बसपा चीफ ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को भी घेरा है. हालांकि इस मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी उत्तराखंड सरकार की आलोचना की है.
बसपा चीफ ने कहा कि यूपी की रही सपा सरकार की तरह ही महाराष्ट्र, उत्तराखण्ड व यूपी आदि भाजपा सरकार द्वारा जिला, शहरों व संस्थानों आदि के नामों को बदलने की प्रवृति कानून के राज का गवरनेन्स नहीं बल्कि द्वेष व भेदभाव के आधार पर अपनी विफलताओं पर पर्दा डालने की अति चिन्तनीय संकीर्ण राजनीति.
अखिलेश यादव ने क्या कहा?उन्होंने कहा कि जबकि सन 1995 के अविभाजित उत्तर प्रदेश से लेकर सन 2012 तक बीएसपी की चार बार रही सरकारों में गुड गवरनेन्स को ध्यान में रखकर अनेकों नई कल्याणकारी योजनाएं व जिले, तहसील, अस्पताल, यूनिवर्सिटी आदि नए नामों से बनाए गए, किसी का नाम नहीं बदला गया. सरकारों को इससे ज़रूर सीख लेनी चाहिए.
समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव का, जब उनसे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के 4 जिलों में 11 स्थानों का नाम बदलने की घोषणा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 'उत्तराखंड का नाम भी उत्तर प्रदेश-2 कर दीजिए.'
बता दें उत्तराखंड में सोमवार, 31 मार्च को विभिन्न जिलों में कई स्थानों के नाम बदले गए. इस संबंध में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हरिद्वार जनपद का औरंगज़ेबपुर अब शिवाजी नगर के नाम से जाना जाएगा. जनभावनाओं के अनुरूप हरिद्वार, देहरादून, नैनीताल और उद्धम सिंह नगर जनपदों में स्थित विभिन्न स्थानों के नाम परिवर्तित किए गए हैं.
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