उत्तर प्रदेश में पार्टी की मजबूती के लिए आज़ाद समाज पार्टी लगातार सक्रिय है. इसी क्रम में आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने मऊ जिले में आयोजित दसवें प्रदेश स्तरीय प्रबुद्ध जन सम्मेलन में केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला. सहारनपुर से शुरू हुए इस सम्मेलन में आज़ाद सामाजिक न्याय, धार्मिक स्वतंत्रता, और शिक्षा नीति जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी, जिसने पूर्वांचल की राजनीति में हलचल मचा दी है.
नगीना सांसद चंद्रशेखर ने निजी क्षेत्र में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण और प्रमोशन की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि इसके लिए वे संसद में प्राइवेट मेंबर बिल लाने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि सामाजिक न्याय के बिना देश का विकास अधूरा है.
सड़क नमाज़ पर पाबंदी को बताया अन्याय
हालिया घटी घटनाओं पर बोलते हुए चंद्रशेखर आज़ाद ने सड़क पर नमाज़ पढ़ने के विवाद पर चंद्रशेखर ने सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि जब कांवड़ यात्रा के लिए एक महीने तक सड़कें बंद रह सकती हैं, तो मुस्लिम समुदाय को 15 मिनट की नमाज़ की आज़ादी क्यों नहीं दी जा सकती? आज़ाद ने सरकार पर अल्पसंख्यकों, सिखों, जैनियों, बौद्धों, और ईसाईयों की धार्मिक स्वतंत्रता का हनन करने का आरोप लगाया.
शिक्षा नीति पर उठाए सवाल
चंद्रशेखर आज़ाद ने सरकार की शिक्षा नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि गरीब बच्चों के स्कूल बंद किए जा रहे हैं, जबकि शराब की दुकानें खोली जा रही हैं. उन्होंने पूछा कि यह सरकार गरीबों की हितैषी है या पूंजीपतियों की? प्रदेश में सरकारी स्कूल बड़ी संख्या में बंद किए जा रहे है, जिससे गरीबों के बच्चे प्रभावित होंगे. सरकार फौरन इस फैसले को वापस ले.
अब्बास अंसारी की सजा पर बोले चंद्रशेखर
वहीं पूर्व विधायक अब्बास अंसारी की सजा पर चंद्रशेखर ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर भरोसा है, लेकिन सरकार अपने विरोधियों को निशाना बनाने के लिए सत्ता का दुरुपयोग कर रही है. आज़ाद ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया.
यही नहीं चंद्रशेखर ने दावा किया कि उनकी पार्टी पुलिसकर्मियों, होमगार्ड, पीआरडी जवानों, किसानों, पहलवानों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, और पंचायत सहायकों के मुद्दों को संसद में मजबूती से उठाती रही है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी समाज के हर वर्ग की आवाज़ है.