उत्तर प्रदेश एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) और थाना साहिबाबाद पुलिस की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) से जुड़े एक फरार आतंकवादी मंगत सिंह उर्फ मंगा को गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी बुधवार , 23 अप्रैल 2025 को की गई. मंगत सिंह पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने 25,000 रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. वह करीब 30 साल से फरार था.

मंगत सिंह उर्फ मंगा मूल रूप से पंजाब के अमृतसर जिले के टिम्मोवाल गांव का रहने वाला है. उसके खिलाफ 1993 में थाना साहिबाबाद (गाज़ियाबाद) में कई गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हुए थे. इनमें हत्या की कोशिश (धारा 307), टाडा (TADA) एक्ट और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं. वह पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका था, लेकिन 1995 में जमानत मिलने के बाद फरार हो गया और तभी से लगातार पुलिस की पकड़ से बाहर था.

जानकारी के मुताबिक, मंगत सिंह का भाई संगत सिंह भी खालिस्तान कमांडो फोर्स का चीफ था, जिसे 1990 में पंजाब पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था. परिवार का आतंकवादी संगठनों से गहरा नाता रहा है.

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अवैध हथियार रखने के भी आरोपमंगत सिंह पर लूट, धमकी और अवैध हथियार रखने के भी आरोप हैं. उसके खिलाफ गाज़ियाबाद के साहिबाबाद थाने में 135/93 (धारा 392, 411), 138/93 (धारा 384, 506) जैसे मामले भी दर्ज हैं. वह लगातार कोर्ट की सुनवाई से बचता रहा, जिस पर कोर्ट ने उसके खिलाफ स्थायी गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था.

एटीएस को गुप्त सूचना मिली थी कि मंगत सिंह इन दिनों पंजाब के अमृतसर जिले में छिपा हुआ है. इसके बाद नोएडा एटीएस और साहिबाबाद पुलिस ने मिलकर एक टीम बनाई और तकनीकी निगरानी व स्थानीय एजेंसियों की मदद से आरोपी की लोकेशन ट्रेस की. अंततः उसे 23 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया.

गौरतलब है कि खालिस्तान कमांडो फोर्स 1980 और 90 के दशक में पंजाब में सक्रिय रहा एक प्रतिबंधित आतंकी संगठन है, जिसका मकसद भारत से अलग ‘खालिस्तान’ नामक देश बनाना था. इस संगठन ने उस दौर में कई हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया था.