UP Politics: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश भर में भाजपा सरकार की नीतियों और संवैधानिक संस्थाओं के कथित दुरुपयोग के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में मंगलवार को लखनऊ स्थित नेहरू भवन में एक अहम बैठक हुई. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी 25 अप्रैल को प्रदेश के सभी जिलों में भाजपा कार्यालयों के सामने गांधीवादी तरीकों से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा, जबकि 28 अप्रैल को बस्ती जनपद में “संविधान बचाओ” रैली का आयोजन होगा.

इस बैठक की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अजय राय ने की, जबकि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और यूपी प्रभारी अविनाश पांडेय की गरिमामयी मौजूदगी रही. बैठक की शुरुआत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देकर की गई.

अजय राय ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटें और बूथ स्तर तक संगठन खड़ा करने का अभियान चलाएं. उन्होंने यह भी कहा कि 9 अप्रैल को अहमदाबाद में हुए एआईसीसी के अधिवेशन में जो प्रस्ताव पारित हुआ था, उसके अनुरूप ही समर्पण और संघर्ष के साथ संगठन मजबूत किया जाएगा.

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कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने भाजपा सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार राजनीतिक द्वेष के तहत संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड जैसे मामलों में गांधी परिवार के खिलाफ मनगढ़ंत आरोप लगाए जा रहे हैं, जो कि राज्य प्रायोजित उत्पीड़न का उदाहरण है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे भाजपा की इन नीतियों का जनता के बीच खुलकर विरोध करें.

उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि “हम गांधी के सिपाही हैं, अंग्रेजों से भी नहीं डरे तो भाजपाइयों से डरने का सवाल ही नहीं.” उन्होंने बताया कि सभी जिला और शहर इकाइयों को 15 अगस्त तक बूथ स्तर तक संगठन मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं. 15 मई तक जिला कार्यकारिणी और 15 जून तक ब्लॉक कार्यकारिणी का गठन अनिवार्य किया गया है.

पंचायत और विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस एक्टिवकांग्रेस नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार लगातार संविधान को कमजोर कर रही है, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाया जा रहा है और संसद की प्रक्रियाओं को नजरअंदाज किया जा रहा है. इसी के विरोध में कांग्रेस ने 28 अप्रैल को बस्ती में एक बड़ी ‘संविधान बचाओ रैली’ करने का ऐलान किया है.

बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, निर्मल खत्री पी.एल. पुनिया, बृजलाल खाबरी, वीरेन्द्र चौधरी, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, डॉ. सी.पी. राय, समेत कई नेताओं ने शिरकत की और अपने अनुभव साझा किए. इस दौरान नए जिला और शहर अध्यक्षों को जिम्मेदारियों का अहसास कराते हुए संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए प्रेरित किया गया.

गौरतलब है कि आगामी पंचायत चुनाव 2026 और विधानसभा चुनाव 2027 को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी संगठन को फिर से खड़ा करने में जुटी है. भाजपा सरकार के खिलाफ जन असंतोष को राजनीतिक मुद्दा बनाने की रणनीति के तहत कांग्रेस इन दिनों सक्रिय आंदोलन की राह पर है. गांधीवादी परंपरा और संविधान की रक्षा की बात करते हुए पार्टी जनता को फिर से अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रही है.