अमेठी में भाई दूज के दिन काम से वापस घर जा रहे थे. साइकिल सवार दिहाड़ी मजदूर की लाठी डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. घटना के बाद पुलिस ने हत्या के कारणों की जांच शुरू की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ.
बता दें, बुजुर्ग की सगी बहन ने ही अपने मजदूर भाई की हत्या की साजिश रची और अपने एक मुंह भोले भतीजे के साथ मिलकर बीच सड़क पर उसकी पीट-पीट कर हत्या करवा दी. घटना में शामिल बहन समेत पांच हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके पास से घटना में प्रयुक्त लाठी डंडे को भी बरामद कर लिया है.
पूरे मामले पर एक नजर
दरअसल यह पूरा मामला अमेठी कोतवाली क्षेत्र के पावर हाउस के पास का है जहां भाई दूज के दिन काम खत्म कर साइकिल से घर वापस जा रहे 56 वर्षीय बुजुर्ग निर्मल कश्यप की बाइक सवार तीन बदमाशों ने लाठी डंडों से पीट कर मौत के घाट उतार दिया.
घटना के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही एसपी समेत पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और आसपास में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया तो एक सीसीटीवी कैमरे में तीन संदिग्ध युवक जाते दिखाई पड़े जिसके बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी.
मृतक के भाई ने दो तहरीर
मृतक के भाई की तहरीर पर बहन के दामाद उसके पड़ोसी और अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस को शुरू से ही पारिवारिक जमीन विवाद की आशंका थी. इसके बाद पुलिस ने इसी एंगल में जांच तेज कर दी.
पुलिस ने हत्या में शामिल दिवाकर पुत्र कृष्णदेव, शिव प्रताप पुत्र राम प्रताप, वंशराज उर्फ बंटू पुत्र लाल जी, अरुण कुमार पुत्र स्व. कड़ेदिन और मृतक की बहन सतना पुत्री स्व. शिवरतन कश्यप को गिरफ्तार किया. अभियुक्त अरुण कुमार संजय गांधी अस्पताल में डॉक्टर था. वह मृतक की बहन सतना के घर आता जाता था और सतना को अपनी मुंहबोली बुआ मानता था.
जमीन विवाद के बीच हुई हत्या
सतना और उसके भाई निर्मल के बीच जमीन विवाद था इसलिए सतना ने ही अरुण के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची. अरुण ने अपने तीन साथियों दिवाकर शिव प्रताप और वंशराज उर्फ बंटू के साथ मिलकर सतना के घर में बैठकर हत्या की साजिश रची.
घटना वाले दिन तीनों रास्ते में पहुंचे और लाठी डंडों से निर्मल पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया. जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना में प्रयुक्त तीन डंडों को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. फिलहाल पुलिस पांचों आरोपियों को जेल भेजने में जुटी है.