बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बेल्थरारोड विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के पूर्व विधायक धनंजय कन्नौजिया एक बड़ी विवाद में फंस गए हैं. पश्चिम चंपारण जिले के नौतन थाना क्षेत्र के मंगलपुर बांध बरियारपुर चेकपोस्ट पर उनकी कार से अंग्रेजी बियर बरामद की गई है. इस मामले में एसएसबी (SSB) टीम ने विधायक की गाड़ी को जब्त कर उन्हें और उनके ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है.
यह घटना 24 अक्टूबर 2025 को करीब 12:55 बजे की है, जब SST पॉइंट मजिस्ट्रेट और एसएसबी की टीम बिहार में चुनावी निगरानी के तहत गाड़ियों की चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान उत्तर प्रदेश नंबर की एक काली 'किआ सेल्टोस' कार (नंबर UP 60 BF 7173) को रोका गया, जिसमें पूर्व विधायक धनंजय कन्नौजिया सवार थे. गाड़ी की तलाशी लेने पर डिग्गी में रखे एक ट्रॉली बैग से अंग्रेजी बियर के तीन केन (बडवाइजर लेगर 500 एमएल, बैच नंबर 7427) बरामद हुए.
शराब के साथ गिरफ्तार पूर्व विधायक धनंजय कन्नौजिया
पुलिस और मजिस्ट्रेट ने जब शराब के बारे में पूछताछ की, तो पूर्व विधायक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके. ज्ञात हो कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है, जिसके तहत शराब की खरीद, बिक्री या परिवहन सख्त वर्जित है. जांच के बाद मजिस्ट्रेट ने विधायक की गाड़ी और बरामद बियर को जब्त कर लिया. साथ ही, पूर्व विधायक धनंजय कन्नौजिया और उनके ड्राइवर दिलीप सिंह को गिरफ्तार कर थाने ले जाया गया.
बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार के लिए आए थे पूर्व विधायक
सूत्रों के अनुसार, पूर्व विधायक धनंजय कन्नौजिया उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बेल्थरारोड विधानसभा क्षेत्र से बिहार में बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने आए थे. इस दौरान पुलिस और प्रशासन द्वारा लगाए गए चुनावी निगरानी चौकियों पर वाहनों की सघन जांच की जा रही है. इसी क्रम में यह मामला सामने आया, जिसने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है.
घटना की जांच में जुटा प्रशासन
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने पूरे मामले की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी है. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या बियर व्यक्तिगत उपयोग के लिए लाई गई थी या चुनावी उपयोग से जुड़ी थी.
इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने बीजेपी पर चुनाव आचार संहिता और शराबबंदी कानून के उल्लंघन का आरोप लगाया है. वहीं, बीजेपी की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है.
यह घटना चुनावी माहौल में बीजेपी के लिए असहज स्थिति पैदा कर रही है, जबकि जांच एजेंसियां मामले की तहकीकात में जुटी हैं.