कानपुर: कानपुर में दबंगों की पिटाई से घायल युवक की इलाज के दौरान मौत हो गयी. 10 जून को हुई युवक की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. वहीं, युवक की मौत की खबर से क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया है. जिसके चलते क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात किया गया. बवाल की आशंका के चलते भारी पुलिसबल की मौजूदगी में मृतक का तिम संस्कार हुआ. घटना शिवराजपुर थाना क्षेत्र के बर्राजपुर की है. जहां रहने वाले एहसान फारूखी का क्षेत्रीय दबंगों से विवाद हो गया. जिसके बाद दबंगों ने उसे जमकर पीटा, जिसके बाद घायल एहसान को परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया. इलाज के दौरान एहसान की मौत हो गयी.


अभिषेक के खिलाफ दर्ज की गई FIR


एहसान के परिजनों ने 10 जून को शिवराजपुर थाने में अभिषेक सिंह उर्फ टोनी ठाकुर औऱ उसके दस दोस्तों पर मामला दर्ज कराया. जिसमें उन्होंने कहा कि एहसान का अपहरण करने के बाद आरोपियों ने उसे बेरहमी से पीटा औऱ मरणासन्न करके छोड़ा. वहीं, तीन दिन बाद मामले में पुलिस ने आरोपी पक्ष से भी मामला दर्ज कर लिया. अभिषेक सिंह उर्फ टोनी ठाकुर ने एहसान और उसके साथियो द्वारा हमला कर मारपीट करने की बात कही. अभिषेक ने अपनी तहरीर में लिखा कि एहसान ने उसे जान से मारने के लिए उस पर फायरिंग की. जिसके बाद बाबा ऑटो की दुकान में लोगों ने उसे पकड़ने का प्रयास किया जबकि वह भागने में सफल रहा.


एहसान पर क्रास FIR


इस पर पुलिस ने एहसान व उसके साथियों पर जान से मारने के प्रयास सहित कई धाराओं में मामला दर्ज कर लिया. एहसान के परिजनों का कहना है कि वह बिरयानी खाने के लिए निकला था. बिरयानी की दुकान में एहसान का विवाद क्षेत्रीय दबंग प्रधानपुत्र अभिषेक उर्फ टोनी ठाकुर से हो गया. एहसान के पास अवैध असलहा था लेकिन अभिषेक के साथियों के दौड़ाने पर वह बाबा ऑटो की दुकान में घुसने लगा. जहां इन लोगों ने उसे घेर लिया और बेरहमी से पिटाई कर दी. जिसके बाद वह उसे कार में डाल कर ले गए और मरणासन्न करके छोड़ गए. वहीं, इलाज के दौरान एहसान की मौत हो जाने के बाद क्षेत्र में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया. पुलिस की मौजूदगी में एहसान को सुपुर्दे खाक किया गया. मीडिया के सवालों से पुलिस बचती रही और रात 11 बजे वीडियो बयान सोशल मीडिया में वायरल किया. सीओ बिल्हौर राजेश कुमार ने मामले  में उचित कार्रवाई करने की बात कही. 


जिस शख्स की पिटाई से मौत हो गयी उसके परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने महज मामला दर्ज करने की रस्म अदायगी की. आरोपियों की गिरफ्तारी करने के बजाए उनकी तहरीर पर क्रास FIR दर्ज कर ली. ऐसे में पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं.


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