Haridwar News: हिंदू धर्म में सू्र्य देवता की उपासना से जुड़े कई प्रमुख त्योहारों को मनाने की परंपरा है. मकर संक्रांति भी इन्हीं में से एक है. शास्त्रों में मकर संक्रांति के दिन स्नान, ध्यान और दान के विशेष महत्व का वर्णन किया गया है. मकर संक्रांति से शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यों से रोक हट जाती हैं. आज देशभर में मकर संक्रांति का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. हरिद्वार में गंगा घाटों में सुबह से श्रद्धालु के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. मकर संक्रांति पर गंगा स्नान का शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है. इसके अलावा खरमास का भी आज से समानप हो जाता है.


मकर संक्रांति स्नान के मौके पर धर्मनगरी हरिद्वार में सुबह से ही श्रद्धालु माँ गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. आज ही सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण हो रहे है. मकर संक्रांति स्नान पर कड़कड़ाती ठंड के बावजूद श्रद्धालु स्नान कर माँ गंगा से मोक्ष की कामना कर रहे हैं. दिन बढ़ने पर श्रद्धालुओं की संख्या में भी खासी बढ़ोतरी देखने को मिली.


गंगा स्नान का है विशेष महत्व 
हिंदू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर सक्रांति पर गंगा स्नान कर दान पुण्य करने का विशेष महत्व रहता हैं. मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करने से सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है. इसके साथ माँ गंगा में स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. हरिद्वार में भी श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर आस्था की डुबकी लगाई हैं और अपने मनोरथ की कामना की.


वाराणसी-प्रयागराज में किया गंगा स्नान
इधर, उत्तर प्रदेश के वाराणसी और प्रयागराज में भी श्रद्धालुओं ने गंगा घाटों पर पहुंच कर आस्था डुबकी लगाई. साथ ही अपने मनोरथ की कामना भगवान से की है. तड़के से गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. मान्यता है कि आज के दिन गंगा स्नान करने से सभी मनोरथ पूरे होते हैं. कड़-कड़ाती ठंड में श्रद्धालुओं के जोश में कोई कमी नहीं दिखी.


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