उत्तर प्रदेश में 2027 विधानसभा चुनाव से पहले महोबा में देश का चर्चित महिला संगठन गुलाबी गैंग ने वोट चोरी मुद्दे पर जनजागरण अभियान शुरू कर दिया है. राष्ट्रीय कमांडर संपतपाल और बुंदेलखंड कमांडर फरीदा बेगम के नेतृत्व में महिलाएं बुंदेलखंड के हर गांव में चौपाल लगाकर लोगों को वोट की निगरानी और सुरक्षा के लिए जागरूक करने निकल पड़ी है. गुलाबी गैंग ने चेतावनी दी कि अगर वोट चोरी हुई तो वह सड़कों पर उतरकर विरोध करेगी.
गुलाबी गैंग की राष्ट्रीय कमांडर संपतपाल और बुंदेलखंड कमांडर फरीदा बेगम ने इस अभियान की शुरुआत महोबा जनपद के चरखारी तहसील के बम्होरी बेलदारन गांव से की है. गुलाबी गैंग का कहना है कि विपक्ष द्वारा भाजपा सरकार पर लगाए गए वोट चोरी के आरोप गंभीर हैं और अब जनता को इस बारे में जागरूक होना चाहिए. इसी उद्देश्य से गुलाबी गैंग गांव-गांव चौपाल लगाकर महिलाओं को प्रशिक्षित कर रहा है, ताकि वे मतदान के दौरान अपने वोट की निगरानी और सुरक्षा कर सकें.
बुन्देली बोली में गीतों से करेंगी जागरूक
संपतपाल ने कहा कि जब विपक्ष यह मुद्दा उठा रहा है कि वोट चोरी हुई है, तो जनता को भी सच्चाई जानने का अधिकार है. यदि ऐसा नहीं हुआ, तो फिर चुनाव आयोग और सत्ता पक्ष को इसका जवाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि गुलाबी गैंग अब इस मुद्दे को जनआंदोलन के रूप में उठाएगा. महिलाएं बुंदेली गीतों और चौपालों के माध्यम से जनता को समझाने का काम करेंगी. जिसके लिए गैंग से जुड़ी महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है.
गुलाबी गैंग बूथों की निगरानी करेगा
संपतपाल ने कहा कि हमारा किसी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है. हम जनता की बात कर रहे हैं. यदि आगामी चुनाव में मत के साथ किसी तरह का खिलवाड़ हुआ, तो गुलाबी गैंग खुद बूथों की निगरानी करेगी. इस दौरान बड़ी संख्या में गुलाबी साड़ी और हाथों में लाठी लिए महिलाएं उपस्थित रहीं. उन्होंने नारे लगाकर वोट चोरी के खिलाफ आवाज बुलंद की.
राहुल गांधी के नारे को जनता के बीच ले जाने की तैयारी
वहीं गुलाबी गैंग की बुंदेलखंड कमांडर फरीदा बेगम ने कहा कि गुलाबी गैंग की महिलाओं को वोट की सुरक्षा और जनजागरूकता की जिम्मेदारी दी जा रही है. हम राहुल गांधी और अन्य विपक्ष के ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ जैसे नारे को जनता तक पहुंचा रहे हैं. गरीबों और महिलाओं के साथ अन्याय के खिलाफ गुलाबी गैंग अब सड़कों पर उतरेगी.
बहरहाल, गुलाबी गैंग ने साफ किया कि वह किसी पार्टी के लिए नहीं, बल्कि जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए काम करेगी. आगामी महीनों में यह अभियान बुंदेलखंड के सभी जिलों में चलाया जाएगा.