Mahoba News Today: महोबा में संत रविदास जयंती की शोभायात्रा समापन के दौरान दो पक्षों में विवाद हो गया. इस घटना के बाद दलित समुदाय से मिलने के लिए पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी महोबा पहुंचे. हालांकि बृजलाल खाबरी के आते ही लोगों ने अपने मकान के दरवाजे बंद कर लिए और पीड़ितों ने मिलने से ही मना कर दिया. 

इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए बृजलाल खाबरी ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि देश गोडसे की विचारधारा से चल रहा है और कुछ विचारधारा के लोग दलितों को कीड़ा मकोड़ा समझते हैं. बृजलाल खाबरी ने कहा कि यही वजह है कि हकीकत छिपाने के लिए सरकारी दबाव की वजह से पीड़ित उनसे मिलने नहीं आए हैं.

'गोडसे की विचारधारा हावी'पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने आगे कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, संत रविदास की विचारधारा पर गोडसे की विचारधारा हावी है. पीड़ित परिवार के ना मिलने पर बृजलाल खाबरी ने आरोप लगाया कि सरकारी दबाव की वजह से सच छिपाया जा रहा है.

बता दें, महोबा के श्रीनगर थाना क्षेत्र के भंडरा गांव में संत रविदास जयंती के दिन निकली शोभायात्रा समापन के समय वीडियो बनाने को लेकर यादव समाज और दलित समाज के लोगों में विवाद के बाद मारपीट हो गई थी. इस घटना में तीन दलित युवक घायल हो गए थे. इस घटना के बाद सियासी पारा हाई हो गया.

पीड़ितों ने बंद किया दरवाजाइस संबंध में कांग्रेस का एक डेलिगेशन बृजलाल खाबरी के नेतृत्व में गांव पहुंचा था. इस दौरान बृजलाल खाबरी समेत पूरे कांग्रेस के डेलिगेशन से पीड़ितों ने मिलन से इंकार कर दिया. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने उन्हें देखते ही अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिया. मौके पर कांग्रेस नेता ने एक पीड़ित से फोन पर बातचीत की, जिसने गांव में न होने की बात कहकर कांग्रेस के डेलिगेशन से मिलने से इनकार कर दिया.

इस मामले को लेकर बृजलाल खाबरी ने मीडिया से बातचीत में सरकार पर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा, "पूरा देश इस समय गोडसे की विचारधारा से चल रहा है. जहां कुछ विचारधारा के लोग दलितों को कीड़ा मकोड़ा समझते हैं." 

बेरंग लौटे कांग्रेस नेताकांग्रेस नेता ने कहा, "मैं तो पीड़ितों से मिलने आया था, लेकिन खुद पीड़ित परिवार के लोग मुलाकात नहीं कर रहे. कहीं ना कहीं सत्य को छिपाने के लिए सरकारी प्रेशर काम कर रहा है." पीड़ित परिवार के मिलने से इंकार के बाद कांग्रेस डेलिगेशन ने गांव में बने संत रविदास मंदिर में दर्शन किया और बेरंग वापस लौट गए. 

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