UP News: महोबा सदर तहसील में चल रहे समाधान दिवस के दौरान भारतीय जनता पार्टी के एक पदाधिकारी ने जहरीला पदार्थ खा लिया. जिससे मौजूद अधिकारियों में हड़कंप मच गया. जहर खाने से पहले पीड़ित ने अपनी समस्या का वीडियो वायरल किया है. बैंक से लोन के लिए पीड़ित पिछले तीन माह से अधिकारियों के चक्कर लगा रहा था. बैंक शाखा मैनेजर पर रिश्वत मांगने सहित शिकायत के बाद भी डीएम, एसडीएम पर कार्यवाही न करने का आरोप पीड़ित ने लगाया है. ऐसे में आहत होकर पीड़ित ने तहसील दिवस में ही जहरीला पदार्थ खा लिया. उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों की देखरेख में उसका इलाज किया जा रहा है.


आपको बता दें कि महोबा सदर तहसील में चल रहे समाधान दिवस के दौरान बीजेपी के पदाधिकारी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की कोशिश कर डाली. जिससे वहां मौजूद अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए. पीड़ित को तत्काल पुलिस इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां इमरजेंसी वार्ड में उसका इलाज किया जा रहा है.


बीजेपी नेता ने खाया जहर


बताया जा रहा है कि ननौरा गांव निवासी राजकुमार पटेल भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा वर्ग का जिला कोषाध्यक्ष है. जो वर्ष 2019 में सड़क हादसे में विकलांग हो गया. पीड़ित राजकुमार बताता है कि उसकी 12 बीघा जमीन थी. इलाज और बीमारी के कारण कर्ज के चलते उसके पास मात्र 5 बीघा ही जमीन बची है. खेती करने में असमर्थ पीड़ित ने परिवार के भरण पोषण के लिए श्रीनगर के इंडियन बैंक शाखा में लोन के लिए आवेदन किया था ताकि दुग्ध उत्पादन का कार्य कर अपनी जीविका चला सके, लेकिन उसका आरोप है कि बीजेपी का कार्यकर्ता होने के बाद भी वह तीन माह से अधिकारियों की चौखट के चक्कर लगा रहा है.


बैंक मैनेजर पर रिश्वत मांगने का आरोप


पीड़ित का आरोप है कि बैंक शाखा मैनेजर दलालों के माध्यम से लोन में 10 से 15 फीसदी रिश्वत मांग रहा है, जो की रिश्वत न देने पर उसका लोन पास नहीं कर रहा. जिसको लेकर उसने मुख्यमंत्री जनता दरबार में भी शिकायत की और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से भी लिखित शिकायत की थी. मगर इन सब के बाद उसे बैंक ने लोन नहीं दिया. जबकि इसकी शिकायत डीएम और एसडीएम से की मगर कोई कार्यवाही नहीं की गई.


अस्पताल में हो रहा इलाज


पिछले तीन माह से बैंक लोन के लिए भटक रहा पीड़ित आज तहसील दिवस में पहुंचा, जहां अपनी आप बीती का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया और एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया. इसकी जानकारी होने पर एसडीएम ने तत्काल उसे पुलिस द्वारा इलाज के लिए अस्पताल भेजा है जहां उसका इलाज किया जा रहा है. पीड़ित का कहना है कि सरकार में बीजेपी के कार्यकताओं के ही काम नहीं हो रहे इससे कार्यकर्ताओं में नाराजगी बढ़ रही है. मजबूरन उसने जहर खाया है. पीड़ित का इलाज जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में डॉकटरों की देख रेख में किया जा रहा है .


वहीं इस पूरे मामले को लेकर तहसील दिवस में मौजूद एसडीएम जितेंद्र कुमार ने बताया कि तहसील में उसने कोई शिकायत नहीं दी और अचानक आया और बोला कि बैंक उसका काम नहीं कर रहा औप उसने जहर खा लिया. जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है. जानकारी करने पर पता चला कि उसने पूर्व में श्रीनगर में संचालित इंडियन बैंक से लोन लिया था, जो अदा नहीं किया और डिफाल्टर हो गया, जिसके चलते उसका नया लोन पास नहीं हुआ है. इस मामले की जांच कराई जा रही है.


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