Mahakumbh 2025: महाकुंभ में श्रद्धालुओं की आस्था के साथ उनकी सेहत का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है. योगी सरकार ने गंभीर और क्रॉनिक किडनी रोगियों के लिए महाकुंभ क्षेत्र में उच्च स्तरीय डायलिसिस सेवाएं शुरू की हैं. इसके तहत एसआरएन अस्पताल में 10 डायलिसिस मशीनें चौबीसों घंटे काम कर रही हैं. साथ ही उच्च आणविक भार वाले टॉक्सिन्स को भी साफ करने वाली अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं, जो किडनी मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो रही हैं.
महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालु आते हैं, जिनमें कई ऐसे होते हैं, जिन्हें डायलिसिस की जरूरत होती है. इस जरूरत को देखते हुए एसआरएन अस्पताल में आधुनिक डायलिसिस यूनिट बनाई गई है. जहां हर महीने 1000 से अधिक डायलिसिस किए जा सकते हैं. यहां लगी हाई-टेक मशीनें ऐसे टॉक्सिन्स को भी शरीर से निकाल सकती हैं, जो सामान्य मशीनें नहीं कर पातीं.
शॉक, जलने और मल्टी-ऑर्गन फेल्योर के मरीजों के लिए यहां कंटिन्यूअस रेनल रिप्लेसमेंट थेरेपी (CRRT) की सुविधा भी दी गई है. यह मशीन लगातार 7-10 दिनों तक काम कर सकती है, जिससे अत्यधिक गंभीर मरीजों की जान बचाई जा सकती है. इसके अलावा, मरीजों को निर्बाध डायलिसिस देने के लिए अस्थायी और स्थायी सेंट्रल वीनस कैथेटराइजेशन की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है.
आरओ वॉटर ट्रीटमेंट से पूरी तरह सुरक्षित डायलिसिस
डायलिसिस की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए अस्पताल में 1000 लीटर प्रति घंटे की क्षमता वाला आरओ वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया गया है. यह 99.9% शुद्ध पानी तैयार करता है, जो बैक्टीरिया, वायरस और टॉक्सिन्स से मुक्त होता है. इससे मरीजों को पूरी तरह सुरक्षित और प्रभावी डायलिसिस सुविधा मिल रही है.
हेपेटाइटिस और HIV मरीजों के लिए अलग व्यवस्था
एसआरएन अस्पताल में हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी और एचआईवी संक्रमित मरीजों के लिए भी अलग से डायलिसिस यूनिट बनाई गई है. इस तरह की सुविधा कई बड़े निजी अस्पतालों में भी नहीं मिलती, लेकिन महाकुंभ में आए मरीजों को यह सेवा बिल्कुल मुफ्त दी जा रही है.
योगी सरकार की पहल से श्रद्धालुओं को राहत
एसआरएन अस्पताल के नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. डॉ. अरविंद गुप्ता ने कहा, “महाकुंभ में आए श्रद्धालु और स्थानीय मरीज बिना किसी रुकावट के डायलिसिस सेवाएं प्राप्त कर रहे हैं. दो वरिष्ठ नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. संतोष मौर्य और डॉ. सौम्या गुप्ता की टीम लगातार मरीजों की देखभाल कर रही है.” उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मरीजों को बेहतर इलाज और सुविधाएं देने के लिए यह विशेष इंतजाम किए गए हैं.
गंभीर मरीजों के लिए बड़ी राहत
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं में बड़ी संख्या में बुजुर्ग और बीमार लोग होते हैं. किडनी रोग से पीड़ित लोगों को हर कुछ दिन में डायलिसिस की जरूरत होती है. पहले ऐसे मरीजों को इलाज के लिए बड़े शहरों में जाना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें यहीं मुफ्त और हाई-टेक इलाज मिल रहा है.
गंगा किनारे आस्था के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा भी
महाकुंभ न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह दुनिया का सबसे बड़ा जनसमागम भी है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं देना सरकार की प्राथमिकता है. इसी वजह से योगी सरकार ने यहां सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों जैसी सुविधाएं देने की व्यवस्था की है. महाकुंभ में डायलिसिस सुविधा का विस्तार श्रद्धालुओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. सरकार की यह पहल स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक मिसाल बन रही है.
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