Lucknow Accident: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले कुछ दिनों से हिट एंड रन के मामले अचानक से बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं. इन मामलों में कुछ की जान चली गई तो कुछ घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती हैं. ऐसे केस में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज रही है तो वहीं कइयों का चालान करते हुए आर्थिक दंड भी लगाया गया है फिर भी लोग सुधरने को तैयार नहीं हो रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में पुलिस ने तेज रफ्तार गाड़ी चलाने वालों पर एफआईआर भी दर्ज की है, उसके बावजूद ऐसे केस लगातार देखने में आ रहे हैं.


हिट एंड रन केस का एक मामला राजधानी लखनऊ के पीजीआई क्षेत्र के वृंदावन चौकी के पास का है. जहां एक शिक्षक को पिछले देना एक कार सवार ने तेज रफ्तार में टक्कर मार दी. शिक्षक पैदल अपने घर जा रहा था तभी इतनी जोरदार टक्कर हुई कि वह दो फीट उछल गए और उसके बाद मौके पर ही उनकी मौत हो गई. शिक्षक का नाम केशव सिंह था जो की सरकारी टीचर थे. पुलिस इस मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की तलाश कर रही है.


शिक्षक की मौत के मामले को लेकर सीओ कैंट पंकज सिंह ने एबीपी लाइव से बातचीत में कहा कि ये घटना जिस गाड़ी से हुई वो काफी स्पीड में थी. स्पीड बहुत तेज होने के कारण गाड़ी का नंबर  फुटेज में नहीं ट्रेस हो पाया है. हालांकि गाड़ी ब्लैक कलर की बलेनो है. पुलिस की टीमें लगी हुई हैं, आगे की सीसीटीवी फुटेज की जांच जारी है. जल्द ही आरोपी को पकड़ा जाएगा.


ऐसे ही लखनऊ के अवध चौराहे पर भी एक वाक्या देखने को मिला जब गलत दिशा से आ रहे एक शख्स ने ट्रैफिक सिपाही अमित कुमार को तेज रफ्तार में उड़ा दिया. इस घटना से ट्रैफिक सिपाही के हाथ पैर में काफी चोट आई और उसका कंधा भी फ्रैक्चर हो गया. इस घटना के बाद आरोपी कार लेकर फरार हो गया, लेकिन सीसीटीवी की मदद से पुलिस ने आरोपी अभिषेक दास को गिरफ्तार कर लिया.


लखनऊ में तैनात एसीपी श्वेता श्रीवास्तव की बेटे की भी पिछले दिनों ऐसे ही एक हादसे में मौत हो गई थी. जब उनका बेटा जनेश्वर मिश्रा पार्क के बगल जी-20 रोड पर स्केटिंग सीख रहा था और सुबह दो रईसजादो ने टक्कर मार के उसकी जान ले ली. इन मामलों में लखनऊ पुलिस का कहना है कि ऐसे केस पर लगातार कार्रवाई हो रही है.


स्टंट करने वाले लोगों को रोका जा रहा है


पुलिस ने कहा कि इस तरह के मामलों पर एफआईआर भी हो रही है. अलग-अलग जगह पर स्टंट करने वाले लोगों को रोका भी जा रहा है. इसके लिए पुलिस ने कई जगहों पर बैरिकेडिंग भी लगाई है और साथ ही सोशल मीडिया पर रील डालने के लिए स्टंट बनाने वाले लोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है. वहीं लोगों से गुजारिश भी की जाती है कि वे यातायात के नियमों का वह वायलेशन ना करें. जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों जनवरी से लेकर अक्टूबर तक तकरीबन 19000 चालान हुए हैं, जिनमे ड्रंक एंड ड्राइव से लेकर के ओवर स्पीडिंग तक के मामले हैं.


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