गोमती नदी का जलस्तर बढ़ने और जलकुंभियों के दबाव से गऊघाट स्थित पीपा पुल टूट गया है. यह पुल फैजुल्लागंज और गऊघाट को जोड़ता था. पुल टूट जाने से लगभग 13 गांवों की हज़ारों की आबादी प्रभावित हो गई है. अब लोगों को आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है.
फैजुल्लागंज की रहने वाली एक महिला ने बताया कि छोटे बच्चों के इलाज के लिए उन्हें गऊघाट आना पड़ता है. पुल टूटने के बाद नाव ही एकमात्र साधन बचा है, अगर नाव से न आएं तो 14 किलोमीटर घूमकर आना-जाना पड़ता है.
नाव पर साइकिल, बाइक सब लेकर लोग यात्रा करते हैं जिससे कि दूसरे तरफ पहुंचने पर वो अपने गन्तव्य को जा सके .
इस क्षेत्र में सरकारी कोई नाव नहीं है, जिस कारण प्राइवेट नाव से लोग चलते हैं और एक तरफ से दूसरी तरफ जाने में 20 रुपये आने जाने का देना पड़ता है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल टूटने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है. स्कूल जाने वाले बच्चे नहीं जा पा रहे हैं या देरी से जाते हैं. दवाओं और बाजार की जरूरतों के लिए भी नाव का इंतजार करना पड़ता है. स्कूली बच्चियों ने बताया कि रोजाना स्कूल जाने के लिए नाव का इंतजार करना पड़ता है और समय पर स्कूल कभी नहीं पहुंच पाते जिस कारण स्कूल में भी शिक्षकों के द्वारा डांट पड़ती है और कई बार ड्रेस तक गंदी हो जाती है
एक किसान ने बताया कि उनको खेत मे जाने के लिए भी नाव का सहारा लेना पड़ता है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि पीपा पुल टूटने की यह समस्या हर साल की है. बरसात और तेज बहाव में पुल बार-बार टूट जाता है और ग्रामीणों को महीनों तक परेशानी झेलनी पड़ती है.
जो क्षेत्र प्रभावित हैं वो हैं फैजुल्लागंज, घैला, दाउदनगर प्रथम, दाउदनगर द्वितीय, इमामबाग, डिगुरिया, अल्लू नगर, गाजीपुर, गौरभीट, ककौली, सरैया, मामा कॉलोनी और शिवशक्ति नगर समेत कई क्षेत्र हैं जिसमें लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं.
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स्थानीय नेता अजय त्रिपाठी भी इस दौरान हमें मौके पर मिले. उन्होंने कहा कि उन्होंने इस पुल लिए बड़ा संघर्ष किया है. सांसद राजनाथ सिंह ने यहां का पुल भी पास कर दिया है जो अगली साल तक लोगों को मिल जाएगा और लोगों को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा. हालांकि इस बार लोगों की सहूलियत के लिए एक और नई नाव लगाई जा रही है . वहीं वह प्रशासनिक अधिकारियों पर भी जमकर बरसे और कहा कि राजनाथ सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों को लोगों को नाव के साथ जरूरी जरूरी सुविधाएं देने के लिए कहा है लेकिन कुछ अधिकारी अपने जिम्मेदारियां का कई बार निर्वहन नहीं करते हैं
आपको बता दें कि यहां पर एक पुल पास हो चुका है जिसका 6 महीने से काम चल रहा है और अगली बाढ़ के पहले लोगों को उम्मीद है इस पुल का काम पूरा हो जाएगा