उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार (16 नवंबर) की सुबह एक बड़े अग्निकांड में करीब पांच दुकानें जलकर खाक हो गईं. आग की शुरुआत शहर के इटौंजा ब्रिज के पास स्थित एक स्क्रैप की दुकान से हुई थी. आग की चपेट में आने वाली दुकानों में मुख्य रूप से लोहे और स्क्रैप सामग्री की दुकानें शामिल थीं.

Continues below advertisement

स्थानीय लोगों ने बताया कि आग इतनी तेज थी कि देखते ही देखते आसपास की कई दुकानें भी प्रभावित हो गईं. घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और घंटों की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया.

टीम ने कार्रवाई कर जल्द आग पर पाया नियंत्रण- प्रशांत कुमार

फायर ऑफिसर प्रशांत कुमार ने एएनआई से बातचीत में कहा कि हमें इटौंजा फ्लाईओवर के पास 4-5 दुकानों में आग लगी होने की सूचना मिली. हमारी टीम ने मौके पर तुरंत कार्रवाई की और आग को जल्दी ही नियंत्रित कर लिया. कुल छह दुकानें आग की चपेट में आईं, लेकिन सौभाग्य से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.

Continues below advertisement

शॉर्ट सर्किट माना जा रहा आग लगाने का मुख्य कारण

आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. प्रारंभिक जांच में यह माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट या विद्युत उपकरणों की चपेट में आने से आग लगी हो सकती है. पुलिस और फायर विभाग की टीम ने प्रभावित दुकानों के मालिकों से भी पूछताछ की. स्थानीय व्यापारियों और लोगों ने बताया कि अग्निकांड के कारण उन्हें आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. कुछ दुकानदारों का कहना है कि आग ने उनके सालों के निवेश और सामग्री को नष्ट कर दिया. वहीं, आसपास की दुकानों को समय रहते सुरक्षित निकालने के कारण बड़ा नुकसान टल गया.

घटना के बाद दुकानदारों ने लगाए बैरियर

फायर विभाग ने आग लगने की घटना के बाद सभी दुकानों के आसपास सुरक्षा के लिए बैरियर लगाए और इलाके में यातायात को भी कुछ समय के लिए रोक दिया. विभाग ने सभी नागरिकों से आग लगने जैसी आपात स्थितियों में तुरंत 101 नंबर पर सूचना देने की अपील की है.

इस घटना से लखनऊ में अग्नि सुरक्षा की जरूरत और बढ़ गई है. प्रशासन ने सभी व्यापारियों को आग से सुरक्षा के उपाय अपनाने और किसी भी तरह की लापरवाही से बचने की चेतावनी भी दी है.

ये भी पढ़िए- बिहार चुनाव में BSP को रामगढ़ में मिली जीत पर मायावती हैं खुश, कहा- हराने की साजिश हुई नाकाम