लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं. हालात ये हैं कि संक्रमण airborne हो चुका है यानी हवा में भी संक्रमण सक्रिय हो चुका है. इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दैनिक कार्यक्रम में भी हम ये संदेश दें कि high risk category वाले लोगों को सावधान रहने के जरूरत है. मास्क लगाना अनिवार्य है. बाहर कोई वस्तु छूते हैं तो ग्लब्स का यूज करें या हाथों को सेनेटाइज करें. 


50 से अधिक लोग शामिल न हो
सीएम योगी ने कहा कि बंद कमरे में बैठक हो रही है तो ये सुनिश्चित करें की 50 से अधिक लोग शामिल न हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रदेश के 4 जिलों का खुद दौरा किया है. कल मंत्रिपरिषद की बैठक करेंगे ताकि गाइडलाइन्स को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके. जनता की भरपूर भागीदारी हो इसलिए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. कोरोना हारेगा और देश जीतेगा. 


धार्मिक स्थलों पर 5 लोगों की एंट्री
बता दें कि, प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इस बीच, राज्य सरकार ने धार्मिक स्थलों पर लोगों को सीमित संख्या में प्रवेश देने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी धार्मिक स्थल पर एक बार में पांच से ज्यादा लोगों के एंट्री करने पर रोक लगाई है. सरकार ने धार्मिक स्थल एक बार में पांच ही लोगों को एंट्री सुनिश्चित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.


तेजी से बढ़ रहे हैं मामले
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. शनिवार को यूपी में कोरोना संक्रमण के 12,787 नए केस सामने आए और 48 लोगों की जान गई. बढ़ते मामलों को देखते हुए शनिवार को ही राज्य के गोरखपुर, बांदा और गोरखपुर में नाइट कर्फ्यू लगाने की घोषणा की गई. इसके साथ ही वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश पर रोक लगाई गई जबकि मथुरा में कृष्ण जन्मस्थली पर नियमों को सख्त बनाया गया. 


बाहर से आने वालों की टेस्टिंग पर जोर
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एक बैठक में कहा कि महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक समेत कई प्रान्तों में कोरोना संक्रमण की स्थिति ज्यादा है. वहां से आने वालों लोगों की रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर कोविड टेस्टिंग अवश्य कराई जाए. इसके अतिरिक्त हर ग्राम पंचायत, वार्डों, नगर निकायों में निगरानी समितियां गठित कर उसे क्रियाशील किया जाए और वे इन्टीग्रेटेड कमांड एंड कन्ट्रोल सिस्टम से जुड़े होने चाहिए. कोविड से बचाव के लिए सतर्कता और सावधानी बेहद जरूरी है.