Lok Sabha Elections 2024: वाराणसी की लोकसभा सीट देश की सबसे चर्चित सीट मानी जाती है. लोकसभा चुनाव 2024 में सातवें चरण 1 जून को यहां पर वोटिंग होगी. बीजेपी, इंडिया गठबंधन, बसपा और पीडीएम न्याय मोर्चा की तरफ से इस सीट पर अपने प्रत्याशियों का एलान कर दिया गया है. देश की सबसे हॉट सीट माने जाने वाले वाराणसी लोकसभा सीट की बात करें तो 1980 के बाद से ही यहां कांग्रेस पार्टी, जनता दल और बीजेपी का दबदबा रहा है.
1980 और 1984 की लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट पर कांग्रेस पार्टी ने जीत हासिल की थी जहां 1980 में पं. कमलापति त्रिपाठी ने वाराणसी की सीट पर जीत का परचम लहराया था, वहीं 1984 में कांग्रेस पार्टी के श्याम लाल यादव ने 90,000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की.
वाराणसी सीट पर कांग्रेस की जीत की लय को तोड़ते हुए जनता दल ने 1989 में कांग्रेस पार्टी को करारी शिकस्त देते हुए तकरीबन 1,71,000 वोटों से जीत हासिल की. हालांकि इसके बाद से ही कांग्रेस पार्टी के लिए वाराणसी की सीट बेहद चुनौती पूर्ण बन गई. 1991, 1996, 1998 और 1999 में भारतीय जनता पार्टी ने लगातार जीत हासिल करते हुए वाराणसी में अपने किले को बेहद मजबूत बना लिया.
कांग्रेस ने रोका था बीजेपी की जीत का रथवाराणसी की सीट पर जहां सबसे पहले 1991 में भारतीय जनता पार्टी को शीष चंद्र दीक्षित ने जीत दिलाई, वहीं 1996, 1998, 1999 में शंकर प्रसाद जायसवाल ने बीजेपी को 3 बार यहां से जीत दिलाने में कामयाबी हासिल की. लेकिन, साल 2004 में कांग्रेस पार्टी की तरफ से डॉ. राजेश मिश्रा ने भाजपा के चुनावी रथ को रोका था. हालांकि 2024 लोकसभा चुनाव के ठीक पहले अब वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं.
पिछले तीन बार से लगातार जीत हासिल कर रहे भाजपा के शंकर प्रसाद जायसवाल को डॉ राजेश मिश्रा ने 57,440 वोटो से हराकर वाराणसी में एक बार फिर कांग्रेस पार्टी को जीवित कर दिया था. इसके बाद 2009, 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा अपने दिग्गज चेहरों के बलबूते वाराणसी सीट पर लगातार जीत का परचम लहरा रही है. 2009 लोकसभा चुनाव में डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने वाराणसी से जीत हासिल की थी.
वहीं 2014 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने 3,71,784 वोटों से जीत हासिल कर देश के प्रधानमंत्री बने. 2019 में भी यह जीत का आंकड़ा और बढ़ा, जब पीएम मोदी ने देश की सियासत का सबसे बड़ा केंद्र माने जाने वाले वाराणसी से 4,79,505 रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की थी. इस बार पूर्वांचल सहित पूरे देश की नजर वाराणसी सीट पर है की काशी की जनता किसको अपना समर्थन देती है.