Lok Sabha Elections 2024 3rd Phase Voting: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण का मतदान मंगलवार को होना है. तीसरे चरण में प्रदेश की दस सीटों संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली पर वोटिंग होगी. इन सीटों पर कई बड़े दिग्गज चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. इनमें डिंपल यादव, शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव और एसपी सिंह बघेल जैसे चेहरे शामिल हैं. 


संभल लोकसभा सीट से सपा ने दिवंगत सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के पोते जियाउर्रहमान बर्क को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट से बीजेपी के परमेश्वर लाल सैनी और बसपा से सौलत अली भी ताल ठोंक रहे हैं. ये सीट मुस्लिम बहुल मानी जाती है. बसपा के मुस्लिम प्रत्याशी की वजह से यहां का सियासी समीकरण उलझा दिख रहा है. 


बदायूं लोकसभा सीट पर सपा ने तीन बार प्रत्याशी बदलकर शिवपाल यादव की इच्छानुसार उनके बेटे आदित्य यादव को टिकट दिया है जबकि भाजपा ने दुर्विजय सिंह और बसपा से मुस्लिम खां मैदान में है. सपा नेता शिवपाल यादव इस सीट पर पूरी जी जान से चुनाव प्रचार में जुटे हैं. 


हाथरस लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस सीट से भाजपा ने अनूप प्रधान वाल्मीकि, सपा की ओर से जसवीर वाल्मीकि और बसपा से हेम बाबू धनगर चुनाव लड़ रहे हैं.  


बरेली लोकसभा सीट पर बीजेपी ने आठ बार के सांसद रहे संतोष गंगवार का टिकट काटकर छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया है. वहीं सपा की ओर से प्रवीण सिंह ऐरन मैदान में हैं. यहां बसपा ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया ऐसे में इस सीट पर सपा-भाजपा के बीच सीधी टक्कर है. 


एटा लोकसभा सीट पर भाजपा ने पूर्व सीएम कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह को टिकट दिया है. उनका मुकाबला सपा के देवेश शाक्य और बसपा के मोहम्मद इरफ़ान से हैं.. इस सीट पर भाजपा मजबूत दिख रही है. 


आंवला लोकसभा सीट पर भाजपा ने दो बार के सांसद हे धर्मेंद्र कश्यप को फिर से टिकट दिया है. इस सीट पर सपा के नीरज मौर्य और बसपा से आबिद अली उम्मीदवार है. इस सीट पर बसपा ने सपा की मुश्किलें बढ़ाई हुई हैं. 


फ़तेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर भाजपा ने एक बार फिर राजकुमार चाहर पर दांव लगाया है. गठबंधन में ये सीट कांग्रेस के पास है. यहाँ से कांग्रेस ने रामनाथ सिकरवार और बसपा ब्राह्मण चेहरे राम निवास शर्मा को टिकट दिया है. 


आगरा लोकसभा सीट पर भाजपा का साल 2009 से लगातार कब्जा है. साल 2009 और 2014 में इस सीट से बीजेपी का रामशंकर कठेरिया सांसद बने लेकिन 2019 में बीजेपी ने प्रत्याशी बदला और एसपी सिंह बघेल को टिकट दिया. भाजपा की ओर से इस बार भी बघेल चुनाव लड़ रही है. वहीं सपा ने सुरेश चंद कर्दम और बसपा ने पूजा अमरोही को टिकट दिया है. 


फिरोजाबाद सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुक़ाबला दिख रहा है. यहां से सपा ने अखिलेश यादव के चचेरे भाई अक्षय यादव को टिकट दिया है. जब भाजपा की ओर से विश्वदीप सिंह और बसपा ने मुस्लिम चेहरे चौधरी बशीर को टिकट दिया है. 


मैनपुरी लोकसभा सीट वीवीआईपी सीट है. ये सीट सपा का गढ़ मानी जाती है. अखिलेश यादव ने यहाँ से अपनी पत्नी डिंपल यादव को फिर से मैदान में उतारा है. 2022 उपचुनाव में डिंपल ने यहां रिकॉर्ड जीत हासिल की थी. यहां से भाजपा के जयवीर सिंह और बसपा से शिवप्रसाद यादव चुनाव लड़ रहे हैं. 


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