Lok Sabha Election 2024: एटा लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी को शुक्रवार को बड़ा झटका लगा है. एटा लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में टिकट मांग रहे मेजर आशीष शाक्य को उनके हजारों समर्थको के साथ आज एटा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार एवं वर्तमान सांसद राजवीर सिंह राजू भैय्या ने बीजेपी में शामिल करवा दिया. हालांकि समाजवादी पार्टी ने शाक्य प्रत्याशी ही मैदान में उतारा है. देवेश शाक्य उत्तर प्रदेश सरकार में मन्त्री रहे विनय शाक्य के छोटे भाई हैं और राजनीतिक पृष्ठिभूमि से आते हैं.


आशीष शाक्य का आरोप है कि समाजवादी पार्टी ने उनका टिकट काटने से पूर्व उनसे किसी प्रकार का विचार विमर्श तक नहीं किया. उन्होंने बीजेपी ज्वाइन करते समय आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी ने उनको अनेकों प्रकार के झांसे दिए. उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं रेल विस्तार, बिजली, सड़क और पानी की समस्याए उठायीं थी. उनका सबका समाधान एटा के बीजेपी सांसद राजवीर सिंह ने करवा दिया है. इसलिए मैं बीजेपी से प्रभावित होकर हजारों लोगों के साथ बीजेपी ज्वाइन कर रहा हूँ. उन्होंने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूँ कि इससे बीजेपी को बहुत फायदा होगा.


'सपा लोगों को धोखा देने का काम करती है' 
एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैय्या ने कहा कि उन्होंने आशीष शाक्य को तोड़ा नहीं हैं जबकि वो स्वेच्छा से बीजेपी में अपने समर्थको के साथ बीजेपी में शामिल हुये हैं. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी लोगों को धोखा देने का काम करती हैं. उसने आशीष शाक्य को भी झांसा देने का काम किया है. उन्होंने कहा कि उनको समस्त जातियों का वोट मिल रहा है.


उन्होंने कहा कि, शाक्य समाज तो बीजेपी का परंपरागत वोट है जो बीजेपी को इस बार भी मिलेगा. आज राजवीर सिंह का 65 वां जन्म दिन भी था. इस अवसर पर आशीष शाक्य ने केक काटकर एटा सांसद का जन्मदिन मनाया. समाजवादी पार्टी ने अपनी रणनीति में परिवर्तन करते हुये शाक्य प्रत्याशी देवेश शाक्य को मैदान में उतारा है. शाक्य मतदाताओं पर ही बीजेपी और समाजवादी पार्टी दोनों की निगाहे बनी हुई हैं.


सपा की टिकट से कर रहे थे दावेदारी
दरअसल, एटा लोकसभा सीट से पूर्व में समाजवादी पार्टी ने मेजर आशीष शाक्य को चुनाव लड़वाने की हरी झंडी दे दी थी जिसके चलते 6 महीने पूर्व से ही मेजर आशीष शाक्य ने एटा एवं कासगंज जनपद में जमकर प्रचार किया था और पूरे लोकसभा क्षेत्र को झंडे और बैनर से पाट दिया था.


आशीष शाक्य ने जीतोड़ मेहनत की थी और चुनाव के लिए शाक्य समाज को समाजवादी पार्टी के पक्ष में लामबद्ध किया था, लेकिन अचानक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मेजर आशीष शाक्य का टिकट काटकर देवेश शाक्य को एटा लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार घोषित कर दिया.


ये भी पढे़ं: UP Crime News: मुरादाबाद में सिंचाई विभाग के जिलेदार ने मांगी रिश्वत, रंगे हाथ गिरफ्तार