SP-Congress Alliance: देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में अंततः भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (I.N.D.I.A.) को सीट शेयरिंग की मंजिल मिल गई है. समाचार लिखे जाने तक उत्तर प्रदेश पहला राज्य है जहां कांग्रेस की गठबंधन समिति को सफलता मिली. सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस यूपी में 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इस संदर्भ में यूपी की राजधानी लखनऊ में एक प्रेस वार्ता भी होगी. प्रेस वार्ता में यूपी प्रभारी अविनाश पांडेय, सपा की यूपी इकाई के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और यूपी कांग्रेस के चीफ अजय राय मौजूद रहेंगे.


आइए हम आपको बताते हैं कि सपा और कांग्रेस की गठबंधन समिति की बैठक में कब-कब क्या हुआ और कैसे दोनों राजनीतिक दलों को यूपी में मंजिल मिली. 


सबसे पहले आपको 21 फरवरी 2024 बुधवार का घटनाक्रम बताते हैं-


- प्रियंका गांधी ने सुबह 10 बजे अखिलेश से फोन पर बात की
- बातचीत के दौरान प्रियंका ने मुरादाबाद सीट की जिद छोड़ी
- प्रियंका ने गठबंधन की घोषणा आज ही करने का अनुरोध किया
- अखिलेश ने राहुल-प्रियंका की मौजूदगी में एलान का अनुरोध किया
- प्रियंका ने खराब तबीयत का हवाला देकर न आने की बात कही
- आने वाले समय में राहुल-प्रियंका और अखिलेश की साझा रैली होगी
-अखिलेश ने कहा - गठबंधन होगा, कोई विवाद नहीं है, सब बातें सामने आ जाएंगी, अंत भला तो सब भला


किन सीटों पर लड़ सकती है कांग्रेस?
1. अमेठी 2. रायबरेली 3. प्रयागराज 4. वाराणसी 5. महाराजगंज 6. देवरिया 7. बांसगांव 8. सीतापुर 9. अमरोहा 10. बुलंदशहर 11. गाजियाबाद 12. कानपुर 13. झांसी 14. बाराबंकी 15. फतेहपुर सीकरी 16. सहारनपुर 17. मथुरा


अब हम आपको बताते हैं कि बीते दो महीने में कब-कब कांग्रेस और सपा के बीच अलायंस के मुद्दे पर बैठक हुई-


9 जनवरी को पहली बैठक हुई और सपा के 2 नेता- रामगोपाल यादव और जावेद अली शामिल हुए. वहीं कांग्रेस से 6 नेता शामिल हुए. इसमें मुकुल वासनिक, अशोक गहलोत, सलमान खुर्शीद, मोहन प्रकाश, अजय राय और अविनाश पांडे शामिल हुए.


इसके बाद 12 जनवरी को बैठक होनी थी और यही नेता मीटिंग करने वाले थे लेकिन उस दिन वार्ता नहीं हुई. 


फिर यह बैठक 15 जनवरी को हुई. 


अखिलेश ने बनाया पैनल
सपा महासचिव रामगोपाल यादव , राज्यसभा सांसद जावेद अली सपा विधायक लालजी वर्मा और सपा विधायक संग्राम सिंह यादव पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह का पैनल बनाया गया जो कांग्रेस से वार्ता की.


इतना सब होने के बाद जब सपा ने अपनी पहली लिस्ट जारी की तो कांग्रेस ने उस पर एकतरफा फैसला करने का आरोप लगाते हुए एतराज जताया. 


स्वामी ने छोड़ा साथ, पल्लवी ने दिखाए तेवर, कांग्रेस ने जताया एतराज
इस बीच सपा को कई झटके लगे. एक ओर जहां स्वामी प्रसाद मौर्य ने साथ छोड़ दिया तो वहीं अपना दल कमेरावादी की नेता और सपा विधायक पल्लवी पटेल ने भी बागी तेवर दिखाए.


जब सपा ने अमरोहा सीट पर प्रभारी और वाराणसी से उम्मीदवार उतार दिया तब एक वक्त में ऐसा लगा कि अलायंस की डगर कठिन है. वहीं अखिलेश यादव ने भी भारत जोड़ो न्याय यात्रा में जाने के सवाल पर कहा कि पहले सीट शेयरिंग पर बात बनें तब जाएंगे. इससे पहले उन्होंने रायबरेली या अमेठी में जाने की बात कही थी.


अब तक सपा 31 सीटों पर प्रत्याशियों का एलान कर दिया है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सपा किस सीट पर दावा छोड़ेगी और कांग्रेस कितने पर संतोष करेगी.