UP Lok Sabha Election 2024: देश में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव का वक्त जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे ही सियासी हलचल और तेज होती जा रही है. बीजेपी को हराने के मकसद से इस चुनाव में 26 से ज्यादा विपक्षी दल गठबंधन करके चुनाव में उतरने का एलान कर चुके हैं. विपक्ष के इस इंडिया (I.N.D.I.A) गठबंधन में यूपी के प्रमुख दल समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल भी शामिल हैं. सबकी नजरें इस गठबंधन के सीट बंटवारे के एलान पर टिकी हुई हैं.
इस चुनावी हलचल के बीच एबीपी के पास इंडिया गठबंधन के सीट शेयरिंग को लेकर बड़ी खबर आई है. सूत्रों के मुताबिक, इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर फॉर्मूला लगभग तैयार कर लिया है और संभावित तौर पर ये तय कर लिया गया है कि किस राज्य में कौन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ने वाला है. लोकसभा में सबसे ज्यादा सीटें यूपी (80) से हैं और ये भी कहा जाता है कि केंद्र की सत्ता की सीढ़ी यूपी से ही जाती है. ऐसे में उत्तर प्रदेश का महत्व ज्यादा बढ़ जाता है.
यूपी में सपा कितनी सीटों पर लड़ेगी चुनाव?
सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से कांग्रेस को 8-10, समाजवादी पार्टी को 65 और अन्य स्थानीय घटक दलों को 5-7 सीटें दी जा सकती हैं. इन अन्य स्थानीय घटक दलों में जयंत चौधरी की आरएलडी भी शामिल है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कुछ दिन पहले ये बात भी कह चुके हैं कि सपा यूपी में 65 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बाकी सीटें अन्य साथी दलों के लिए छोड़ देगी.
उत्तराखंड में किसे कितनी सीटें?
हाल ही मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर कांग्रेस और सपा में हुए घमासान और फिर चुनाव नतीजों में कांग्रेस की हार से समाजवादी पार्टी की दावेदारी और मजबूत हो गई थी. जिसका असर सीट बंटवारे में देखने को भी मिलेगा. वहीं उत्तराखंड की बात करें तो यहां सभी पांच सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ सकती है. हालांकि सपा ने उत्तराखंड में दो सीटों की मांग की है.
यूपी में कायम रहेगा बीजेपी का दबदबा?
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस देशभर में कुल 320-330 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. इनमें करीब 250 सीटें ऐसे राज्यों में हैं जहां कांग्रेस अकेले लड़ रही है. जबकि करीब 75 सीटें उन नौ राज्यों में हैं जहां कांग्रेस सहयोगियों के साथ गठबंधन में है. लोकसभा के पिछले दो चुनावों में यूपी में बीजेपी का दबदबा रहा है. पार्टी इस बार सभी 80 सीटें जीतने का दावा कर रही है. ऐसे में अब सबकी निगाहें यूपी के नतीजों पर रहेगी.
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