Lok Sabha Election 2024: यूपी की बिजनौर सीट से लोकसभा सांसद मलूक नागर ने बहुजन समाज पार्टी से इस्तीफा दे दिया, जिसके कुछ ही घटों बाद वो राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हो गए. दिल्ली में जयंत चौधरी की मौजूदगी में उन्होंने रालोद की सदस्यता ग्रहण की, इस मौके पर मलूक नागर ने कहा कि रालोद हमेशा से ही गरीबों, दलितों और मजलूमों की लड़ाई लड़ती आई है.  


रालोद में शामिल होने के बाद मलूक नागर ने कहा, मैंने बिना किसी शर्त के रालोद के साथ देश के लिए काम करने की इच्छा जताई थी. जिसके जयंत चौधरी जी ने स्वीकार कर लिया. मलूक नागर ने इस दौरान सपा और बसपा को भी आभार जताया और कहा कि जब मैं सांसद बना तो रालोद, समाजवादी पार्टी और बसपा ने इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी.  जयंत जी ने उसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी.


बसपा से इस्तीफे पर बोले मलूक नागर
मलूक नागर ने कहा कि मैंने हमेशा पार्टी से ऊपर उठकर संसद में मुद्दे उठाए हैं. ये पहली बार है कि जब हम न तो विधायकी का चुनाव लड़े है और न ही सांसदी के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं देश के लिए काम करने कि लिए रालोद के साथ जुड़ा हूं.



इससे पहले बसपा से इस्तीफा देने के बाद मलूक नागर ने कहा था कि हमने कई बार कड़वे घूंट भी भरे हैं. एमएलए नहीं लड़ाया गया चुप रहे..सांसद नहीं लड़ाया गया चुप रहे..स्टार प्रचारकों में भी नहीं डाला गया चुप रहे.. लेकिन, देश के लिए काम करना चाहते हैं देश के लोगों के लिए काम करना चाहते हैं, इसलिए आज मजबूरी में पार्टी छोड़ने पड़ रही है. 


मलूक नागर ने 2019 लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा और रालोद गठबंधन से चुनाव लड़ा था. मोदी लहर में भी उन्होंने बिजनौर लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी. मलूक नागर यूपी के सबसे अमीर सांसदों में आते हैं. संसद में भी वो काफी सक्रिय रहते हैं.  


मलूक नागर के रालोद में शामिल होने पर जयंत चौधरी ने का कि रालोद अकेली ऐसी पार्टी है जो अल्पसंख्यक और दलितों के लिए काम करती है. इस देश में अल्पसंख्यक की बात करना गुनाह नहीं है. राष्ट्र की नीतियों में पिछड़े लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए उन्हें फोकस में लाना चाहिए.