Lok Sabha Election 2024: भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए यूपी की सभी 80 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए भाजपा (BJP) का मुख्य फोकस उन 14 सीटों पर है जो फिलहाल भाजपा के पास नही हैं. इन सीटों को लेकर भाजपा लगातार एक्शन मोड में नजर आ रही है. इसी कड़ी मे बुधवार को भाजपा कार्यालय पर एक बड़ी बैठक का आयोजन हुआ जिसमें इन लोकसभा (Lok Sabha) सीटों के प्रभारी, इसके अंतर्गत आने वाली विधानसभा के संयोजक समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे. बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी (Bhupendra Chaudhary) और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह (Dharmpal Singh) ने जीत का मंत्र दिया.


इन सभी सीटों पर जीत के लिए केंद्र के 4 मंत्रियों को पहले ही जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है. इसके तहत ये मंत्री अब तक दो चरण में यहां प्रवास भी कर चुके हैं. अब तीसरे चरण के प्रवास कार्यक्रम होंगे. इस दौरान इन लोकसभा सीटों में सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों तक पहुंचने के साथ व्यापारी, महिला, किसान समेत सभी वर्गों से संवाद किया जाएगा. खास तौर से फोकस उन पर होगा जो भाजपा के वोटर नहीं, लेकिन उनको सरकारी योजनाओं का लाभ मिला. लाभार्थियों से संवाद कर संदेश दिया जाएगा कि कैसे सरकार बिना भेदभाव काम कर रही है. 


इन 14 सीटों के लिए बीजेपी का प्लान


भाजपा कार्यालय पर हुई इस बैठक को लेकर भाजपा महामंत्री व इस योजना के यूपी इंचार्ज अमरपाल मौर्य ने बताया कि भाजपा जिस लक्ष्य के साथ चल रही है उसको पूरा करेंगी और जो यह 14 सीटें हैं उसको भी जीतने की पूरी योजना है. पूरे देश में महा जनसंपर्क अभियान चल रहा है. उसके अंतर्गत इन सभी लोकसभाओं में भी अलग-अलग कार्यक्रम तय किए हैं. विधानसभा के भी कार्यक्रम तय किए हैं, जो गरीब कल्याण की योजनाएं हैं उनको लेकर हम जनता के बीच में जाने वाले हैं, समाज के हर वर्ग के बीच में हम संवाद करेंगे. 


अमरपाल मौर्य ने कहा कि हमारे लिए कोई चुनौती नहीं है. ये 14 सीटें ऐसी हैं जिसमें 12 पर भाजपा कभी ना कभी पहले जीती है, इसलिए कोई चुनौती नहीं है. लोग कहते थे गांधी परिवार को हटाना मुश्किल है, किसी के बस की बात नहीं, लेकिन देख लीजिए राहुल गांधी भी हार गए जब योजनाबद्ध तरीके से लक्ष्य बनाकर एक दिशा में काम करते तो कोई ऐसा काम नहीं जो न हो. अमेठी के लिए भी यही कहा जाता था कि भाजपा कभी नहीं जीती, लेकिन स्मृति ईरानी ने वहां ऐसा पटका कि राहुल गांधी को यूपी छोड़कर दूर देश के दूसरे कोने में जाकर चुनाव लड़ना पड़ा. रायबरेली में भी हमारी टीम लगी है. हम खास रणनीति बना रहे हैं. 


रायबरेली-मैनपुरी को लेकर बड़ा दावा


अमरपाल मौर्य ने मैनपुरी को लेकर कहा के चुनाव के नतीजे कुछ अच्छे भी होते हैं कुछ बुरे भी. हम उसको लेकर निराश नहीं होते हैं बल्कि और अधिक उत्साह के साथ अपनी योजना पर काम करते हैं. डिंपल यादव पहले भी हार चुकी है, कन्नौज में सुब्रत पाठक ने उनको हराया है, तो ऐसा नहीं कि वह हार नहीं सकती. केंद्रीय मंत्रियों के प्रवास से हमारी वहां की गतिविधियों में तेजी आती है. अब हम उनके बीच में इस बार 9 साल की उपलब्धियों को लेकर आम जनता के बीच में जाएंगे, अगले 1 महीने तक हमारा कार्यक्रम चलेगा.  


ये भी पढ़ें- UP Politics: 2024 को लेकर बीजेपी का 'मेगा प्लान', लोकसभा से बूथ स्तर तक होंगे कई कार्यक्रम, जानें- पूरी रणनीति