Bareilly BJP Candidate Chhatrapal Gangwar: बरेली की राजनीति में इस वक्त बड़ी उठापटक चल रही है. 8 बार के सांसद संतोष गंगवार का टिकट कटने के बाद भाजपा में मानो भूचाल सा आ गया है. जब से संघ से जुड़े छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया गया है. तब से भाजपा में अंदरूनी कलह बढ़ गई है. आलम ये है कि छत्रपाल गंगवार को न तो संगठन चुनाव लड़वा रहा है और न ही पार्टी के विधायक, सांसद और मंत्री चुनाव लड़वा रहे हैं. आखिरकार छत्रपाल गंगवार का एक मीटिंग के दौरान दर्द छलक पड़ा. उन्होंने कहा की मुझे कोई भी चुनाव नहीं लड़वा रहा है इसलिए मैं अपना टिकट सरेंडर कर दुंगा.


भाजपा नेत्री डॉक्टर दीप्ति भारद्वाज ने एक्स पर पोस्ट किया है कि "इससे बुरी बात क्या होगी कि भाजपा बरेली प्रत्याशी छत्रपाल जी अकेले अपना प्रचार कर रहे हैं. सारे विधायक संगठन पदाधिकार नदारद हैं. कल हताश प्रत्याशी ने टिकिट सरेंडर करने की बात तक भरी मीटिंग में कर दी."


मेयर उमेश गौतम को मिल सकता है टिकट


माना जा रहा है बरेली की राजनीति में अगले 72 घंटे बहुत खास हैं. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक छत्रपाल गंगवार का टिकट कट सकता है. वहीं मेयर उमेश गौतम को टिकट मिल सकता है. उमेश गौतम लोकसभा चुनाव में शुरू से लगे हुए हैं, उन्होंने टिकट के लिए आवेदन भी किया है.


दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने इस बार 8 बार के सांसद संतोष गंगवार का टिकट काटकर छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया है. बरेली लोकसभा में 23 लाख मतदाता है जिसमें करीब साढ़े 3 लाख कुर्मी मतदाता हैं, जबकि 35 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं. ऐसे में जातिगत समीकरण साधते हुए पार्टी ने पूर्व मंत्री छत्रपाल गंगवार को प्रत्याशी बनाया. लेकिन जिस दिन से उन्हें प्रत्याशी बनाया गया है उसी दिन से उनका जबरदस्त विरोध शुरू हो गया है. 


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