प्रयागराज: मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन निधन पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने दुखा जताया है. महंत नरेंद्र गिरी ने कहा लालजी टंडन को साधु संतों से लगाव था वो जब भी प्रयागराज आते थे तो बड़े हनुमान मंदिर दर्शन करने जरूर आते थे. उन्होंने कहा कि 2019 में प्रयागराज में लगे कुंभ में भी लालजी टंडन आए थे. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि लालजी टंडन शांत स्वभाव के थे और लोगों की बात सुनने वाले नेता थे, उनके निधन से संत समाज ही नहीं बल्कि पूरा देश दुखी है.


मेदांता अस्पताल में चल रहा था इलाज
गौरतलब है कि, मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का मंगलवार सुबह 5:35 मिनट पर निधन हो गया. लखनऊ के मेंदाता में उन्होंने अंतिम सांस ली. बेटे आशुतोष ने निधन की जानकारी दी. 85 वर्षीय लालजी टंडन का लंबे समय से लखनऊ के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. टंडन को 12 जून को सांस लेने में तकलीफ और बुखार के चलते मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था.



बड़े नेताओं में थे शुमार
लालजी टंडन बीजेपी के बड़े नेताओं में से शुमार थे. लालजी टंडन का बीजेपी और आरएसएस से भी लंबा रिश्ता रहा. उन्हें बेहद सामान्य जीवनशैली वाला नेता माना जाता था. लालजी टंडन उत्तर प्रदेश में बीजेपी बीएसपी सरकार के सूत्रधार भी रहे. उन्होंने कल्याण सिंह सरकार और मायावती सरकार में बतौर मंत्री भी काम किया. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के करीबियों में लालजी टंडन का भी नाम आता था. लालजी टंडन के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत अन्य पार्टियों के नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया है.


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