Kashipur: उत्तराखंड (Uttarakhand) के काशीपुर जिले (Kashipur) के थाना कुंडा क्षेत्र में फर्जी तरीके से नंदा गौरा योजना (Nanda Gaura Yojana) का लाभ लेने का प्रयास करने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं. उनके पास से पुलिस टीम ने लैपटॉप, कंप्यूटर आदि बरामद किया है. बाल विकास परियोजना अधिकारी जसपुर (ग्रामीण) शोभा जनौटी ने थाना कुण्डा में तहरीर सौंपकर सुन्दर सिंह पुत्र रामकुमार निवासी ग्राम नवलपुर थाना कुण्डा पर फर्जी आय प्रमाण पत्र लगाकर नन्दा गौरा योजना का लाभ लेने का प्रयास करने का आरोप लगाया. 


जांच के दौरान आरोप सही पाये जाने पर थाना कुंडा पुलिस द्वारा सुन्दर सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत किया गया है. मामले में जांच अधिकारी उपनिरीक्षक होशियार सिंह ने बाल विकास योजना अधिकारी शोभा जनौटी, तहसीलदार यूसुफ अली और राजस्व उपनिरीक्षक शीश कुमार से पूछताछ कर बयान दर्ज किया. आरोपी सुन्दर सिंह ने तहसील काशीपुर और बाल विकास अधिकारी से प्राप्त आय प्रमाण पत्र में अपनी सालाना आय कम कर दिया. बताया जा रहा है कि आरोपी ने आय प्रमाण पत्र में दर्ज सालाना आय 84000 रुपये को कंप्यूटर के माध्यम से हटाकर 72000 रुपये कर दिया गया. 


रिश्तेदार की मदद से बनवाया फर्जी प्रमाण पत्र


आरोपी सुन्दर सिंह ने इस फर्जी प्रमाण पत्र की सहायता से नंदा गौरा योजना का लाभ लेने की कोशिश की गई. धोखाधड़ी का पर्दाफाश होने पर आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 467, 468, 471 में इजाफा किया गया. गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि राज्य सरकार की योजना नन्दा गौरा का लाभ लेने के लिए सालाना आय 72 हजार रुपये होनी चाहिए, लाभार्थी को सरकार की तरफ से 50 हजार रुपये मिलते हैं. उसने बताया कि जब मैंने आय प्रमाण पत्र बनवाया तो मेरी सालाना आय 84 हजार रुपये आंकी गई. जिसके बाद मैंने अपने एक रिश्तेदार राजेश कुमार जो ग्राम बाबरखेड़ा में जनसेवा केन्द्र चलाता है, से मिलकर एक फर्जी आय प्रमाण पत्र तैयार करवाया.


जांच के बाद आरोपियों गिरफ्तार- एसपी सिटी अभय सिंह


पुलिस ने प्राप्त तथ्यों के आधार पर आरोपी सुन्दर सिंह और राजेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के पास से पुलिस ने फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में इस्तेमाल लैपटाप और प्रिंटर को बरामद कर कब्जे में ले लिया है. इस संबंध में एसपी सिटी अभय सिंह ने बताया कि कुंडा थाना क्षेत्र में एक प्रकरण आया था, इसमें व्यक्ति के द्वारा नंदा गौरा योजना का लाभ लेने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करके अपना रिज्यूमे सबमिट किया गया था. इसी को लेकर बाल विकास अधिकारी के द्वारा थाने में मुकदमा पंजीकृत करवाया गया था, जांच के दौरान प्रकाश में आया कि आरोपी सुंदर सिंह की बालिका 12वीं पास थी. उन्होंने बताया कि मूल आय प्रमाण पत्र बदल कर राजेश कुमार के माध्यम से रिज्यूमे सबमिट कराया गया. इस मामले में आज सुंदर सिंह और राजेश कुमार को गिरफ्तार किया गया. 


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