Supreme Court Collegium: वरिष्ठ न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर (Pritinkar Diwakar) इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) के मुख्य न्यायाधीश होंगे. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ (DY Chandrachood) की अध्यक्षता में कोलेजियम ने न्यायमूर्ति दिवाकर को मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की केंद्र सरकार से सिफारिश की है. इसमें कहा गया है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल के सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त होने से खाली पद पर न्यायमूर्ति दिवाकर की नियुक्ति की जाए.


राजेश बिंदल बने सुप्रीम कोर्ट में जज 


न्यायमूर्ति दिवाकर 2018 छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट से स्थानांतरित होकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में नियुक्त किए गए थे. वरिष्ठतम न्यायमूर्ति होने के नाते इन्हें मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की गई है.इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल के सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त होने पर शुक्रवार 10 फरवरी को फुल कोर्ट फेयरवेल समारोह आयोजित किया गया. यह विदाई समारोह मुख्य न्यायाधीश के न्याय कक्ष में आयोजित हुआ. 


अभी कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट के 5 नए न्यायाधीशों को पद की शपथ दिलाई थी. शपथ लेने वालों में न्यायमूर्ति पंकज मिथल, न्यायमूर्ति संजय करोल, न्यायमूर्ति पीवी संजय कुमार, न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा शामिल थे.इसके साथ ही देश की सबसे बड़ी अदालत में न्यायाधीशों की कुल संख्या बढ़कर 32 हो गई है. सु्प्रीम कोर्ट में जजों के 34 पद हैं. 


सु्प्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश


सु्प्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पिछले साल 13 दिसंबर को शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने के लिए इन पांचों न्यायाधीशों के नामों की सिफारिश की थी. कानून मंत्री किरेन रीजीजू ने चार फरवरी को राजस्थान हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पंकज मिथल,पटना हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजय करोल और न्यायाधीश अहसानुद्दीन अमानुल्लाह,मणिपुर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पीवी संजय कुमार और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश मनोज मिश्रा को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की थी. 


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