Joshimath Land Subsidence: उत्तराखंड के जोशीमठ में भू धंसाव की वजह से घरों, होटलों में आई दरारों को लेकर स्थानीय लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है, स्थानीय लोग लगातार जोशीमठ में हो रहे एनटीपीसी के निर्माण कार्य का विरोध कर रहे हैं. उनका कहा है कि एनटीपीसी के निर्माण कार्य और सुरंग बनाने के लिए किए जा रहे धमाकों की वजह से ही जोशीमठ में ये दरारे आईं हैं और यहां के लोग आज बर्बादी की कगार पर आकर खड़े हो गए हैं. 


जोशीमठ में एनटीपीसी के निर्माण कार्य का विरोध करते हुए सेलंग ग्राम पंचायत के लोगों ने महिला मंगल दल के बैनर तले मार्च निकाला और एनटीपीसी के खिलाफ नारेबाजी की. लोगों का कहना है कि पिछले एक साल से यहां पर लोगों के घरों में दरारें आ रही है, लेकिन बार-बार शिकायत करने के बाद बावजूद इस पर ध्यान नहीं दिया गया और अब जब हालत बेकाबू हो रहे हैं तो प्रशासन हरकत में आया है. स्थानीय लोग जोशीमठ में आई इस आपदा के लिए एनटीपीसी के निर्माण कार्य को ही जिम्मेदार मानते हैं. 



रक्षा राज्यमंत्री ने किया दौरा


जोशीमठ में भू धंसाव से बिगड़े हालात का जायजा लेने के लिए रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट भी आज यहां पहुंचे और उन्होंने यहां के लोगों से मुलाकात की. इस दौरान राज्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ भू धंसाव की खबरों तकलीफ होती है. जब लोग किराये का घर छोड़ते हैं, तब भी उन्हें तकलीफ होती है. यहां के लोगों ने तो अपनी कमाई से घर बनाया था. उन्हें कितनी तकलीफ होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.


हालात पर पीएम मोदी की नजर


अजय भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यहां के हालात पर नजर बनाए हुए हैं. आर्मी भी सिचुएशन देख रही है. ITBP, NDRF सब बचाव कार्य में लगी हुई है. CBRI की देख-रेख में जो सही नहीं है सबको हटाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिसको जो भी नुकसान हुआ है, सबका आकंलन किया जा रहा है.  जानवरों को रखने के लिए भी कैटल बनाया जाएगा. राज्यमंत्री ने कहा कि जहां पर पीएम मोदी खुद देख रहे हों वहीं पर चिंता करने की जरुरत नहीं है बस अपना मनोबल बनाकर रखें 


आज गिराए जाएंगे दो होटल


जोशीमठ में भू धंसाव की वजह से पूरे क्षेत्र को तीन जोन में बांटा गया है. इनमें से जो मकान बेहद असुरक्षित उन्हें चिन्हित कर अब गिराने की प्रक्रिया की जा रही है. इसी कड़ी में आज होटल गिराये जाने है. जोशीमठ के होटल माउंट व्यू और मलारी होटल को गिराया जाएगा. इन दोनों भवनों को काफी नुकसान पहुंचा है. 


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