Laborers Pledge in karnataka: झांसी (Jhansi) जिले के 70 मजदूरों (70 laborers) को कर्नाटक ( karnataka) में बंधक बनाए जाने का मामला सामने आया है. वहाँ से भागकर आए एक मजदूर ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है. कलेक्टर ने इस मामले में सकरार थाना पुलिस जांच के निर्देश दिए है. 


पीड़ित परिवार से मिले पूर्व केंद्रीय मंत्री 
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन पीड़ित परिवारों से मिलने उनके गांव सकरार पहुंच गए. प्रदीप जैन ने कर्नाटक में पुलिस अधिकारियों से और कांग्रेस के विधायक से बात की है. उन्होंने पीड़ित परिवारों को आश्वासन दिया है कि, जल्द ही उनके परिजन मुक्त हो जाएंगे. पूर्व केंद्रीय मंत्री जी ने यह भी बताया है कि दोषी ठेकेदारों पर  सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा यह पलायन कब तक रुकेगा. मजदूरों को मनरेगा में काम कब मिलेगा.


ठेकेदार नहीं देता है मजदूरी  बच्चों से करा रहा बालश्रम 
कर्नाटक से भाग कर आए पीड़ित मजदूर नजीब खां ने बताया कुछ माह पहले थाना सकरार इलाके के करीब 6 दर्जन मजदूरों को एक ठेकेदार ट्रक में भरकर इंदौर में काम दिलाने के बहाने ले गया. रात भर ट्रक चला कर उन्हें महाराष्ट्र के पुणे जिले में ले गया. 2 महीने बाद महाराष्ट्र से तीन ट्रैक्टर में भरकर कर्नाटक ले गया था. मजदूर नजीब खां आरोप लगाया है कि, ठेकेदार उनसे काम पूरा कराता है.


ठेकेदारबच्चों से करा रहा बालश्रम 
लेकिन उन्हें मजदूरी नहीं देता है. मजदूरी के नाम पर सिर्फ उन्हें 50 या 100 रुपए खर्च करने लिए देता है. इतना ही पैसे की मांग की करने पर ठेकेदार उसके साथ मारपीट करता है. मजदूर नजीब खां ने ये भी बताया कि, कर्नाटक के एक अस्पताल में 70 मजदूरों को बंधक बनाया गया है. जिनमें से कुछ कम उम्र के बच्चे भी शामिल हैं. जिनसे बालश्रम कराया जा रहा है. हालांकि इस मामले में अधिकारियों ने जांच शुरु कर दी है.


ये भी पढ़ें: Halal Certified Products Ban: यूपी में अब नहीं बिकेंगे हलाल सर्टिफिकेट वाले खाद्य पदार्थ, योगी सरकार ने लगाया बैन