UP ATS News: अलीगढ़ (Aligarh) से गिरफ्तार आईएस आतंकी अब्दुल्ला और माज से एटीएस पूछताछ में जुटी है. जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. एटीएस (ATS) की पूछताछ में वजीहुद्दीन द्वारा बनाए गए टेलीग्राम एप के ग्रुप के बारे में कई जानकारियां मिली हैं. इस ग्रुप में 80 कट्टरपंथी युवाओं को जोड़ा गया था, जिनकी बात सीरिया में बैठे आईएस हैंडलर्स से कराई जाती थी.


पूछताछ में अब्दुल्ला ने बताया कि वह प्रोफेसर वजीहुद्दीन के साथ अलीगढ़ और आसपास के जिलों में होने वाली बैठकों में जाकर नए युवाओं को बरगलाता था. अर्सलान ने ये भी बताया कि काफी कम समय में उसने वजीहुद्दीन का भरोसा भी जीत लिया था जिसके बाद वजीहुद्दीन ने उसकी मुलाकात पुणे मॉड्यूल के सदस्य शाहनवाज और रिजवान से कराई थी. रविवार को रिमांड पर लिए गए अर्सलान और माज बिन तारीख का सामना एटीएस ने वजीहुद्दीन से कराया और अलग-अलग जवाबों का मिलान किया. 


टेलीग्राम का ग्रुप हो चुका है डिलीट
एटीएस को मिली जानकारी के मुताबिक पुणे मॉड्यूल के सदस्य शाहनवाज और रिजवान को दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद ही टेलीग्राम पर बनाया गया. ग्रुप वजीहुद्दीन ने डिलीट कर दिया था. पूछताछ में मिली जानकारी के अनुसार इस ग्रुप में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के साथ-साथ महाराष्ट्र के युवाओं को जोड़ा गया था. 80 के करीब सदस्य इस ग्रुप में जुड़े थे जो 25 साल के अंदर के थे. युवकों को बरगलाने के बाद उनको इस ग्रुप में जोड़ा जाता था.


फोरेंसिक जांच के लिए भेजे फोन
एटीएस ने सभी सातों संदिग्ध आतंकियों के फोन फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं. इन सभी फोन में वजीहुद्दीन द्वारा बनाए गए टेलीग्राम ग्रुप के बारे में कई जानकारियां मिलने के आसार हैं. जानकारी के मुताबिक इन ग्रुप में जुड़े सदस्यों की बात इनके सीरिया में बैठे हैंडलर्स से कराई जाती थी सीरिया से ही इनको भारत विरोधी गतिविधियों और भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आदेश मिलते थे.


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