Ghaziabad में एक Police Inspector ने ऐसा कुछ कर दिखाया कि जिसके बाद उसकी फोटो Social Media पर वायरल हो रही है. लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि, उस पुलिसकर्मी ने किसी अपराध को होते हुए रोका होगा या फिर किसी बदमाश को रंगे हाथ पकड़ा होगा. लेकिन दारोगा जी ने इससे कुछ अलग हटकर किया है, जिससे उनकी सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ की जा रही है.


डेंगू मरीज को खून की जरूरत पड़ी


गाजियाबाद के विजयनगर थाने में की बाईपास चौकी पर तैनात अंकित चौहान अपनी रूटीन चेकिंग पर निकले थे, तभी उन्हें कुछ लोग त्रिपाठी अस्पताल के बाहर निराश और चिंता में खड़े दिखाई दिए, तो उन्होंने उनसे उनके निराश होने की वजह पूछी, तो उन्हें बताया गया कि... उनके परिवार का एक सदस्य अस्पताल में भर्ती है और वह डेंगू की बीमारी से ग्रसित है, जिसको तुरंत खून की आवश्यकता है. लेकिन हमने कैसे तैसे कर किसी को खून देने के लिए किसी परिचित को बुलाया है लेकिन वह अभी तक नहीं आ पाया है. वह आने वाला है, लेकिन खून की बेहद ज्यादा आवश्यकता है, इसीलिए हमें चिंता है कि कहीं हम अपने परिवार के सदस्य को खो ना दें.


इंस्पेक्टर अंकित चौहान पहुंचे मौके पर


इतना सुनते ही अंकित चौहान ने पीड़ित के ब्लड ग्रुप की जानकारी ली और खुद ही रक्तदान के लिए तैयार हो कर रक्तदान करने लगे. यह सब देख पीड़ित के परिवार वाले अचंभे में थे, कि मानो उनके लिए पुलिस की वर्दी में भगवान आ गया हो. उनको अपनी आंखों पर यकीन ही नहीं हो रहा था, कि कोई पुलिसवाला अपनी ड्यूटी छोड़कर उनके परिवार के सदस्य के लिए रक्तदान कर रहा है. लेकिन यह भी एक तरह की ड्यूटी ही थी, कि उन्होंने अपने क्षेत्र के चौकी क्षेत्र के मरीज की रक्तदान कर जान बचाई है, जब वह रक्तदान कर कमरे से बाहर निकले तो पीड़ित परिवार के परिजनों ने उन्हें अपने गले से लगा लिया, और नम आंखों के साथ उन्हें धन्यवाद देने लगे उन सभी का कहना था, कि उनके पास धन्यवाद देने के सिवाय कुछ नहीं है और हम किन शब्दों में आपका शुक्रिया अदा करें यह भी हम कह नहीं सकते हैं.


सोशल मीडिया पर वायर हुई तस्वीर


अंकित चौहान के रक्तदान करते वक्त किसी ने उनकी फोटो खींच ली और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी देखते ही देखते यह फोटो ट्विटर और फेसबुक पर इस तरह से वायरल हुई कि, लोग उनके इस काम की दिल से सराहना करने लगे. इतना ही नहीं कुछ लोग तो उनको वर्दी में भगवान कहकर सोशल मीडिया पर उनकी फोटो को वायरल करने लगे. जब इस बात की जानकारी गाजियाबाद के उच्च पुलिस अधिकारी और प्रशासन को लगी तो उन्होंने भी अपने इस वर्दी के सिपाही की खूब तारीफें की और दूसरे पुलिसकर्मियों को उनके इस काम की मिसाल देने लगे.


बहरहाल, अंकित चौहान के इस कार्य से एक पीड़ित की जान बची है, तो वहीं दूसरी ओर मानवता भी निकल कर सामने आई है. ऐसे में जरूरत है कि सभी लोग एक दूसरे की इसी तरह से मदद करें, ताकि कठिन समय में लोगों को मुश्किल समस्याओं से जूझने में कोई कठिनाई न हो सके.



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