दिल्ली एयरपोर्ट पर लगातार चौथे दिन जारी इंडिगो उड़ानों में देरी और रद्दीकरण के संकट पर सपा सांसद डिंपल यादव ने चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि एयरलाइंस में जिस तरह का माहौल बना है, उससे यात्रियों को भारी दिक्कत हो रही है और सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए. यादव ने साफ कहा कि इंडिगो को सरकार की ओर से जिस भी तरह के समर्थन की आवश्यकता है, वह दिया जाना चाहिए ताकि यात्रियों की परेशानी कम हो सके.

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देशभर के प्रमुख हवाई अड्डों पर इंडिगो की उथल-पुथल ने हजारों यात्रियों को प्रभावित किया है. शुक्रवार 5 दिसंबर 2025 को अकेले 400 से ज्यादा उड़ानें रद्द होने की रिपोर्ट सामने आई. पिछले चार दिनों में देरी और रद्दीकरण ने बड़े पैमाने पर भीड़, लंबी कतारें और यात्रियों में गुस्सा पैदा कर दिया है. एयरलाइन ने माफी जारी करते हुए कहा है कि उनकी टीम जल्द से जल्द संचालन को सामान्य करने पर काम कर रही है.

रद्द उड़ानों पर क्या है इंडिगो का कहना?

इंडिगो ने अपनी देरी और रद्द उड़ानों के लिए कई कारणों को जिम्मेदार ठहराया है. कंपनी के मुताबिक माइनर टेक्नोलॉजी गड़बड़ियों, विंटर शेड्यूल बदलाव, खराब मौसम, एयर ट्रैफिक कंजेशन और नए FDTL क्रू रोस्टरिंग नियमों की वजह से पूरे सिस्टम पर कंपाउंडिंग नेगेटिव इफेक्ट पड़ा है. एयरलाइन ने यह भी कहा कि इस तरह का असर पहले से अनुमानित करना संभव नहीं था, इसलिए संचालन पर अचानक भारी दबाव बढ़ गया. 4 दिसंबर को छह मेट्रो एयरपोर्ट्स पर इंडिगो की ऑन-टाइम परफॉर्मेंस सिर्फ 8.5% रह गई.

तुरंत कदम उठाए जाएं- डिंपल यादव

डिंपल यादव ने सरकार से कहा कि यात्रियों को राहत देने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं. उनका कहना है कि जितनी जल्दी एयरलाइन को तकनीकी, संचालन और स्टाफिंग सपोर्ट मिलेगा, उतनी जल्दी स्थिति सुधारेगी. एएनआई के अनुसार, उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस समय सबसे ज्यादा परेशानी यात्रियों को झेलनी पड़ रही है और सरकार की प्राथमिकता उन्हें सुविधाएं पहुंचाने की होनी चाहिए. यात्रियों के हितों को देखते हुए यह मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर गंभीर माना जा रहा है और एयरलाइंस की ओर से स्थिति सामान्य होने तक लगातार अपडेट जारी किए जा रहे हैं.