हाथरस: हाथरस के डीएम पीके लक्षकार ने बताया कि जिले में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है. ये 31 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगी. जिले के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. रेप पीड़िता के पूरे गांव के चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनाती कर दी गई है. हर रास्ते को बंद कर दिया गया है और मीडिया समेत किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव के अंदर जाने की अनुमति नहीं है.


समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ता आज पूरे प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं. यूपी शिवसेना के पदाधिकारी आज हाथरस जाने की कोशिश करेंगे. शिवसेना के प्रतिनिधिमंडल की कोशिश होगी कि वो पीड़िता के परिवार से  मिलने पहुंचे. शिवसेना प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने इस बात का एलान किया है.


इस बीच हाथरस के डीएम का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें वो परिवार से धमकी भरे लहजे में बात कर रहे हैं. डीएम ने कह रहे हैं कि मीडिया वाले आज हैं कल नहीं रहेंगे. हम ही रहेंगे. आप की इच्छा है आप बार बार बयान बदलते रहिए.


वीडियो सामने आए आने के बाद डीएम मीडिया के सामने नहीं आ रहे हैं और सवालों से बच रहे हैं. इससे पहले मामले की जांच कर रही एसआईटी की टीम पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंची थी. वहीं निर्भया मामले की वकील रही सीमा कुशवाहा भी पीड़ित परिवार से मिलने आई लेकिन उन्हें भी परिवार से मिलने नहीं दिया गया. मामले की जांच कर रही एसआईटी को एक हफ्ते में अपनी रिपोर्ट सौंपनी है. एसआईटी की टीम आज फिर हाथरस में पूछताछ कर सकती है.


डीएम की धमकी पर प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार को घेरा. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि यूपी सरकार किसी को पीड़िता के गांव जाने से क्यों रोक रही है उसका जवाब यहां है? पीड़िता के परिवार को हाथरस डीएम जाकर धमका रहे हैं. न मीडिया जा पायेगा, न हम लोग तो यूपी सरकार पीड़िता के परिवार को खुलकर धमका पाएगी. ये लोग अत्याचारी हैं.


हाथरस मामला: राज ठाकरे ने पूछा- जो पीड़िता के परिवार से मिलना चाहते थे उन्हें यूपी सरकार ने क्यों रोका?