Hathras Police: हाथरस पुलिस (Hathras Police) ने चांदपा थाने (chandpa police station) में छात्रों के लिए लाइब्रेरी (library) खोली है. इसे 'किताबों के मालखाना' के रूप में जाना जाता है, यह अपनी तरह की एक अनूठी पहल है. पुस्तकालय छात्रों को वाई-फाई (Wi-Fi) सुविधा प्रदान करता है और एक बार में 35 बच्चों को समायोजित कर सकता है. हाथरस के पुलिस अधीक्षक (SP) विनीत जायसवाल ने बताया कि पुस्तकालय का निर्माण जिलाधिकारी (District Magistrate) के सहयोग से किया गया है.


एक हजार से अधिक हैं पुस्तकें
पुस्तकालय साहित्य, विज्ञान, आध्यात्मिक और कानून (Literature, Science, Spiritual and Law) से लेकर सभी विषयों की एक हजार से अधिक पुस्तकों से सुसज्जित है. विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं (competitive exams) में बैठने वालों के लिए प्रासंगिक पुस्तकें हैं. एसपी ने कहा कि हाथरस पुलिस की इस पहल का उद्देश्य युवा प्रतिभाओं को खुद का पोषण करने के साथ-साथ पुलिस-समुदाय संबंधों को बड़े पैमाने पर मजबूत करना है. 


दिल्ली में भी हुई है पहल
आपको बता दें कि दिल्ली (Delhi) के आरके पुरम थाने (RK Puram Police Station) में भी एक ऐसी ही लाइब्रेरी (library) है. इस लाइब्रेरी में एक साथ 100 छात्रों के बैठने की व्यवस्था है. लाइब्रेरी में सभी प्रतियोगिता वाली परीक्षाओं (competitive exams) से सम्बंधित 2300 किताबें और 1900 से ज्यादा पुरानी मैगजीन (old magazine) हैं. रोजाना दस से 15 अखबार (Newspaper) आते है. न केवल लाइब्रेरी में स्मार्ट क्लास की सुविधा है बल्कि इंटरनेट के साथ कंप्यूटर (computer) भी मौजूद हैं. दरअसल बच्चे ही नहीं बल्कि मालवीय नगर, दिल्ली कैंट, सरोजनी नगर आदि जगहों से भी पढने के लिए आते हैं. लाइब्रेरी सुबह दस से शाम छह बजे तक सातों दिन खुलती है. रोजाना 70 से 80 बच्चे लाइब्रेरी में आते हैं.


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