Haryana Violence News: हरियाणा के नूंह, मेवात में हुई सांप्रदायिक हिंसा में जान गंवाने वाले बागपत के पांची गांव के प्रदीप शर्मा के घर आज शाम बैठक हुई, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और पीड़ित परिवार के प्रति अपना दुख जताया. इस दौरान प्रदीप के भाई दीपक शर्मा ने कहा कि उनके भाई ने धर्म के लिए प्राण न्यौछावर किए हैं, लेकिन उनकी प्रशासन सुध नहीं ले रहा है. उनकी किसी प्रकार की मदद नहीं हो रही है. दीपक ने मांग की उनके भाई की हत्या करने वाले आरोपियों का एनकाउंटर किया जाना चाहिए. 


पांची गांव के रहने वाले प्रदीप का परिवार 15 सालों से गुरुग्राम में रहता है. 31 जुलाई को जब नूंह से मेवात में हिंसा भड़की तो इस दौरान दंगाईयों ने प्रदीप पर भी हमला बोल दिया, जिसमें वो बुरी तरह घायल हो गए थे. जिसके बाद प्रदीप को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. जिसके बाद उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए बागपत के पांची गांव में लाया गया था, प्रदीप के अंतिम संस्कार के बाद उन्हें सांत्वना देने वालों का तांता लग गया था, लेकिन बावजूद इसके प्रशासन की ओर से उनके परिवार की किसी ने सुध नहीं ली है. 


परिवार ने की आरोपियों पर कार्रवाई की मांग


प्रदीप के छोटे भाई दीपक का कहना है कि उनके भाई ने धर्म के काम में अपनी जान गंवाई है, लेकिन ना तो किसी संगठन ने और ना ही सरकार ने उनके परिवार की कोई सुध ली है. जिन्होंने उनके भाई की जान ली है उन आरोपियों का एनकाउंटर कर देना चाहिए. उधर, पांची, बड़ा गांव, मुबारकपुर, विनयपुर गांव के लोगों ने उन्हें मदद का भरोसा दिलाया है. 


आपको बता दें कि हरियाणा के नूंह में उस वक्त दो समुदायों के बीच हिंसा फैल गई थी जब यहां से बृजमंडल की यात्रा निकाली जा रही थी. रात को जब वो अपने घर वापस लौट रहा था दंगाईयों ने घेरकर लाठी-डंडों से उस पर हमला कर दिया था. इस हिंसा सैकड़ों गाड़ियों में आग लगा दी गई और जमकर तोड़फोड़ हुई थी.  


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